निर्जला एकादशी पर जरूर कर लें ये काम, पापों से मिलेगा छुटकारा

यह एकादशी सभी एकादशी तिथियां में से खास मानी जाती है। इस बार निर्जला एकादशी 17 जून को सुबह 4:45 पर शुरू हो रही है। इसका समापन 18 जून को सुबह 7:28 पर होगा। उदया तिथि के चलते एकादशी 18 जून को रखी जाएगी।

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Nirjala Ekadashi

Nirjala Ekadashi: महीने में दो बार एकादशी का व्रत आता है एकादशी का व्रत बहुत ही विशेष माना जाता है। एकादशी व्रत में भगवान विष्णु की पूजा अर्चना की जाती है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार जो व्यक्ति विध विधान से भगवान विष्णु की पूजा करता है उसकी सभी मनोकामनाएं पूर्ण होती हैं। जेष्ठ माह के शुक्ल पक्ष की एकादशी को निर्जला एकादशी कहा जाता है। यह एकादशी सभी एकादशी तिथियां में से खास मानी जाती है। इस बार निर्जला एकादशी 17 जून को सुबह 4:45 पर शुरू हो रही है। इसका समापन 18 जून को सुबह 7:28 पर होगा। उदया तिथि के चलते एकादशी 18 जून को रखी जाएगी।

निर्जला एकादशी पर करें ये काम

-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार निर्जला एकादशी पर मां लक्ष्मी और भगवान विष्णु की पूजा अर्चना पूरे विधि विधान से करनी चाहिए।

-गाय, कुत्ते और कौवे समेत जरूरतमंद लोगों को निर्जला एकादशी पर खाना खिलाना चाहिए।

-इस दिन शाम के समय तुलसी के पास घी का दीपक जरूर जलाना चाहिए। मान्यता है कि तुलसी में भगवान विष्णु और मां लक्ष्मी का वास होता है।

-निर्जला एकादशी पर कुमारी कन्याओं को शरबत पिलाना चाहिए। निर्जला एकादशी पर दान पूण्य करना बहुत ही विशेष माना जाता है।

भूलकर भी ना करें ये गलतियां

-निर्जला एकादशी के दिन भूलकर भी चावल का सेवन नहीं करना चाहिए। ऐसा करने से व्यक्ति को अगले जन्म में रहने वाले कीड़े के रूप मिलता है।

-निर्जला एकादशी के दिन किसी को भी अपशब्द नहीं बोलने चाहिए। ऐसा करने से भगवान विष्णु नाराज हो जाते हैं।

-निर्जला एकादशी के दिन काले कपड़े नहीं पहने चाहिए बहुत ही अशुभ माना जाता है।

-निर्जला एकादशी के दिन देर तक सोने से बचना चाहिए। इस दिन ब्रह्म मुहूर्त में उठकर स्नान करके पूजा करनी चाहिए।

(Disclaimer: यहां पर प्राप्त जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। News India इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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