अबू धाबी जेल में कैद UP की ‘शहजादी’ को कभी भी हो सकती है फांसी, परिजनों ने लगाई PM मोदी से गुहार

शहजादी के पिता साबिर ने बताया कि उनकी बेटी अबू धाबी कैसे पहुंची। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी शहजादी यहां रोटी बैंक नाम की एक संस्था में काम करती थी। शहजादी जब छोटी थी तो किचन में काम करते समय उसका चेहरा बुरी तरह झुलस गया था

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UP News: उत्तर प्रदेश के बांदा के गोयरा मुगली गांव की रहने वाली शहजादी को किसी भी वक्त फांसी दी जा सकती है। अबू धाबी में कैद अप की शहजादी को अदालत कभी भी फांसी दे सकती है। अदालत ने एक बच्चे की हत्या के आरोप में शहजादी को मौत की सजा सुनाई है। वही शहजादी के पिता ने अब भारत के प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी बेटी को बचाने की गुहार लगाई है।

पिता ने लगाई बेटी को बचाने की गुहार

शहजादी के परिजनों का कहना है कि शहजादी के खिलाफ साजिश रच कर उसे फसाया गया है। उसके परिजनों ने अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपनी बेटी को बचाने की गुहार लगाई है। शहजादी के पिता शब्बीर खान का कहना है कि,’20 सितंबर के बाद किसी भी दिन उसकी बेटी को अबू धाबी की अल बाधुआ जेल में कैद है उसे फांसी दी जा सकती है। उन्होंने मुख्यमंत्री से लेकर राष्ट्रपति तक सभी से उसकी बेटी के मामले में न्याय दिलाने की अपील की है लेकिन अभी तक कुछ नहीं हुआ है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अपील करते हुए कहा कि उनकी बेटी को अब सिर्फ वही न्याय दिला सकते हैं। अगर उनकी बेटी को फांसी हो गई तो वह भी जीवित नहीं रहेंगे।

शहजादी कैसे पहुंची अबू धाबी

शहजादी के पिता साबिर ने बताया कि उनकी बेटी अबू धाबी कैसे पहुंची। उन्होंने बताया कि उनकी बेटी शहजादी यहां रोटी बैंक नाम की एक संस्था में काम करती थी। शहजादी जब छोटी थी तो किचन में काम करते समय उसका चेहरा बुरी तरह झुलस गया था जिसका दाग उसके चेहरे पर था जिसको लेकर वह परेशान रहती थी। 2020 में शहजादी की मुलाकात सोशल मीडिया के जरिए आगरा के रहने वाले उजैर नाम के व्यक्ति से हुई। दोनों की नजदीकियां बढ़ी और 2021 में उजैर शहजादी के चेहरे का इलाज करिने का बहाना बनाकर अपने साथ आगरा ले गया। घर से जाते समय वह बहुत सारा माल जेवर भी घर से लेकर गई थी। वहीं से शहजादी को उजैर अबू धाबी ले गया। जहां उसने अपने रिश्तेदार फैज और नाजिया नाम की दंपति के यहां रख दिया। अबू धाबी में शहजादी नाजिया के घर में रहने लगी कुछ दिनों बाद नाजिया ने एक बेटे को जन्म दिया और वह उसकी देखभाल करने लगी।

शहजादी पर लगा हत्या का आरोप

शहजादी पर चार माह के मासूम बच्चे की हत्या का आरोप लगा है। नाजिया का बच्चा 4 माह का हुआ तभी अचानक एक दिन गलत इलाज के होने की वजह से उसकी मौत हो गई। जिसका जिम्मेदार शहजादी को ठहराया गया। शहजादी के पिता ने बताया कि बच्चे की मौत के 58 दिन बाद नाजिया और सैफ ने साजिश के तहत पूजा और उसके भाई की झूठी गवाही के आधार पर शहजादी को बच्चों की हत्या का आरोपी बना दिया। इस हत्या के आरोप में अदालत में शहजादी को सजा ए मौत की सजा सुना दी है।

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