राम मंदिर के लिए छोड़नी पड़ी थी इस कांग्रेस नेता को कुर्सी, अब प्राण प्रतिष्ठा का न्योता मिलने से भावुक हुआ परिवार

अब राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के लिए निमंत्रण पत्र भेजा गया तो उनके पूरे परिवार के चेहरे खिल उठे। उनके पोते ने कहा कि इससे खुशी और गर्व की बात उनके लिए कुछ और नहीं हो सकती।

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Ayodhya News: अयोध्या में 22 जनवरी को रामलला की प्राण प्रतिष्ठा होने वाली है। इस समय पूरा देश राम मय हो गया है और प्राण प्रतिष्ठा के समारोह को लेकर पूरे देश में काफी जोरों से तैयारी चल रही है। प्राण प्रतिष्ठा समारोह को लेकर तमाम वीवीआईपी नेताओं को निमंत्रण पत्र भेजा गया है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के निमंत्रण पत्र को कांग्रेस नेताओं ने अस्वीकार किया है। आज हम इस आर्टिकल में ऐसे कांग्रेस नेता के बारे में बताने जा रहे हैं जिसे राम मंदिर के लिए अपनी कुर्सी तक न्योछावर कर दी। वही जब अब राम मंदिर के प्राण प्रतिष्ठा के लिए निमंत्रण पत्र भेजा गया तो उनके पूरे परिवार के चेहरे खिल उठे। उनके पोते ने कहा कि इससे खुशी और गर्व की बात उनके लिए कुछ और नहीं हो सकती।

राम मंदिर के लिए न्यौछावर दी थी कुर्सी

दरअसल यह कहानी दाऊ दयाल खन्ना की है। जो उत्तर प्रदेश के स्वास्थ्य मंत्री भी रह चुके हैं। दाऊ दयाल खन्ना ने राम मंदिर आंदोलन के लिए कांग्रेस को छोड़ दिया था। अयोध्या जाने के लिए निमंत्रण पत्र मिलने पर उनके पोते ने बताया कि कैसे राम मंदिर के लिए उनके दादा ने आंदोलन किया था। उनके पोते ने कहा कि आजादी का आंदोलन मेरठ से हुआ था लेकिन राम मंदिर का आंदोलन मुरादाबाद से हुआ था। मुरादाबाद के आरएसएस के विभाग प्रचार प्रमुख बोले दाऊजी ने भगवान की आस्था के लिए कांग्रेस से राजनीतिक करियर खत्म कर लिया और साथ ही मुजफ्फरनगर में हुई धर्म संसद में भूतपूर्व प्रधानमंत्री गुलजारीलाल नंदा के बयानों पर भी प्रकाश डाला है।

विधायक से कैसे बने मंत्री

दाऊ दयाल खन्ना पहले विधायक बने फिर यूपी सरकार में मंत्री बने थे। लेकिन जब राम मंदिर और हिंदू होने के नाते उनकी आस्था जग गई तो उन्होंने कुर्सी का मोह त्याग दिया। उन्होंने देखा कि राम मंदिर आंदोलन में सरकार का समर्थन नहीं मिल रहा है तो उन्होंने कांग्रेस से किनारा कर लिया। इसके बाद अयोध्या का राम मंदिर काशी और मथुरा के मंदिरों को वापस हिंदुओं को दिलाने के लिए की जान लगा दी। राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा का निमंत्रण पत्र आज जब स्वर्गीय दयाल दाऊ दयाल खन्ना जी के परिवार को मिला तो उनका परिवार खुशी से झूम उठा ओ। इस दौरान उनके परिवार भावुक भी हो गया।

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