बीते 13 दिनों में India Bullion and Jewellers Association (IBJA) के अनुसार सोने की कीमतों में जबरदस्त गिरावट देखने को मिली है। 10 ग्राम सोने का भाव बुधवार को ₹1,20,628 पर था, जबकि गुरुवार को यह ₹1,19,253 तक उतर गया — एक ही दिन में लगभग ₹1,375 की कमी दर्ज हुई। यह गिरावट इस बात का संकेत है कि निवेशकों और उपभोक्ताओं की नजर अब सोने की तेजी पर लगातार नहीं जितनी पहले थी।
हालाँकि, यह वाकई बड़ी राहत है उन लोगों के लिए जिन्होंने लंबे समय से उच्च भाव पर सोना लेने से हिचकिचा रहे थे।
चांदी भी पीछे नहीं: ₹25,675 प्रति किलो तक सस्ती हुई
इसी अवधि में चांदी — जो हाल ही में एक रिकॉर्ड-उच्च स्तर पर पहुंची थी — ने भी जोरदार कमी दिखायी है। 29 अक्टूबर को चांदी की कीमत लगभग ₹1,71,275 प्रति किलोग्राम थी। इसके बाद मात्र 13 दिन में यह गिरकर करीब ₹1,45,600 प्रति किग्रा तक आ गई। यानी करीब ₹25,675 की कमी। ये आंकड़े स्पष्ट करते हैं कि सिर्फ सोने में ही गिरावट नहीं, बल्कि चांदी में भी निवेश एवं उपभोक्ता-मांग में बदलाव आया है।
इस बदलाव ने बहुचर्चित आभूषण उद्योग, उपहार-चिंतक और निवेशकों की सोच — सभी को सोचने पर बाध्य कर दिया है कि क्या अब खरीद-समय है या बाज़ार फिर से उछाल लेगा?
उछाल के बाद बुझी रौशनी: रिकॉर्ड ऊँचाई के बाद मिला ब्रेक
अक्टूबर की शुरुआत में सोने ने लगभग ₹1,30,874 प्रति 10 ग्राम और चांदी ने ₹1,71,275 प्रति किग्रा का ऑल-टाइम हाई छुआ था। इसके तुरंत बाद सिर्फ 13 दिनों में सोना लगभग ₹10,246 और चांदी करीब ₹25,675 सस्ती हुई। यह बहुत जल्दी आया बदलाव है, जिससे संकेत मिलता है कि बाजार में तेजी के पीछे जो जोर था — वह कम-से-कम तत्काल के लिए थम-सा गया है।
ऐसे समय में जहाँ वैश्विक भू-राजनीतिक हालात, मुद्रा उतार-चढ़ाव, निवेशकों का मूड़ और घरेलू मांग सब मिलकर प्राइस को आकार देते हैं — यह तेजी से गिरावट दर्शाती है कि भले ही भाव बजर पर हों, लेकिन समय-समय पर एक समायोजन (correction) भी आता है।
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