Anuradhacharya Maharaj: अनिरुद्ध आचार्य को आज के समय में कौन नहीं जानता। स्वामी अनिरुद्ध महाराज जी के द्वारा कथाएं और प्रवचन लगभग हर एक हिन्दू के घर में सुना जाता है। आध्यात्मिक गुरु अनुराधा आचार्य अब लोकप्रिय टेलीविजन शो ‘लाफ्टर शेफ फन अनलिमिटेड’ में दिखाई देंगे। वही अभी एक इंटरव्यू के दौरान अनिरुद्ध आचार्य ने खान-पान, सोशल मीडिया और युवाओं पर बॉलीवुड के नकारात्मक प्रभाव के बारे में बातचीत की है। उन्होंने कहा लाफ्टर शो के लोग और कलर्स टीवी के सभी कर्मचारी बहुत अच्छे हैं और बेहतरीन काम कर रहे हैं वह अपने कार्यक्रम के माध्यम से समाज के साथ-साथ धर्म को भी जोड़ रहे हैं। हर कोई बढ़िया है।
अगर मुझे दोबारा मौका मिला तो बेहतर करूंगा-अनिरुद्ध आचार्य
अनिरुद्ध आचार्य ने टेलीविजन पर अपने पहले अनुभव को लेकर बात करते हुए कहा,”शुरू में मुझे थोड़ा डर लगा, फिर मैं ठीक हो गया। मैं अब इसके बारे में सोचता हूं, तो मुझे लगता है कि मैं लोगों को थोड़ा और हंसा सकता था, लेकिन चूंकि यह मेरा टेलीविजन पर पहला अनुभव था, इसलिए मैं सोच रहा था कि मुझे क्या कहना चाहिए और क्या नही। मैं यह भी सोच रहा था कि कुछ ऐसा न कह दूं जिससे किसी को ठेस पहुंच जाए।चैनल ने मुझे बुलाया और मेरी मौजूदगी का एहसास कराया और मैंने अपना सर्वश्रेष्ठ दिया। जब मुझे बेहतर अवसर मिलेगा तो मैं और भी बेहतर करूंगा क्योंकि अब मैं खुल चुका हूं। यह मेरा पहला मौका था इसलिए मैंने अच्छा प्रदर्शन किया लेकिन मैं और बेहतर कर सकता था। अगर मुझे दोबारा मौका मिला तो मैं और भी बेहतर करूंगा…”
बॉलीवुड को लेकर क्या बोले अनिरुद्ध आचार्य
बॉलीवुड फिल्मों को लेकर अनिरुद्ध आचार्य ने कहा,”मैं कम देखता हूं, लेकिन देखता हूं। मैंने कुछ पुरानी फिल्में देखी हैं। मैंने सालों से कोई पूरी फिल्म नहीं देखी। आजकल जो नई फिल्में बन रही हैं, वो मैंने नहीं देखी हैं। मैंने “स्वर्ग” और “बागबान” देखी।बॉलीवुड को एक नया मोड़ लेने और बदलाव की जरूरत है। बॉलीवुड लगभग हर चीज को बढ़ावा देता है. वह यह नहीं देखते कि वे गलत चीजों को बढ़ावा दे रहे हैं, गुटखा, सिगरेट और शराब को बढ़ावा दे रहे हैं। वे पैसे के लिए गलत चीजों को बढ़ावा दे रहे हैं। ये सुपर-डुपर स्टार्स चाहे अमिताभ बच्चन हों या कोई और, लोग उनसे प्रेरणा लेते हैं और सीखते हैं। पैसे की खातिर आपको इन सब को बढ़ावा नहीं देना चाहिए क्योंकि हमारे युवा उन्हें देखकर गलत दिशा में चले जाते हैं। हमें खुद को गलत चीजों से बचाना होगा।आप समाज के लिए एक प्रेरणा हैं और लोग आपके दिखाए रास्ते पर चलते हैं चाहे वह सही हो या गलत। यह उनकी जिम्मेदारी है कि वे सही रास्ता दिखाएं न कि गलत। इसलिए, उन्हें थोड़ा बदलने की जरूरत है। बदलाव का समय शुरू हो गया है। अगर वे नहीं बदलेंगे। तो यह काम नहीं करेगा।”
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