जश्न से जनाज़ा: पाकिस्तान की बमबारी में मारे गए 3 अफगानी क्रिकेटर, ACB का बड़ा फैसला

अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने पाकिस्तान की एयरस्ट्राइक में तीन खिलाड़ियों की मौत के बाद पाकिस्तान-श्रीलंका त्रिकोणीय T20 सीरीज से नाम वापस ले लिया है। जानिए क्या हुआ था पक्तिका में और क्या होगा अब अगला कदम।

58
Afghanistan Cricket

पाकिस्तान की ओर से हाल ही में अफगानिस्तान के पक्तिका प्रांत में किए गए हवाई हमलों ने ना सिर्फ सरहद पार रिश्तों को झकझोर कर रख दिया, बल्कि खेल की दुनिया को भी गहरे सदमे में डाल दिया है। इस हमले में अफगानिस्तान के तीन नेशनल क्रिकेटर्स – कबीर, सिबगतुल्लाह और हारून की जान चली गई। अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड (ACB) ने इस त्रासदी के विरोध में पाकिस्तान और श्रीलंका के साथ होने वाली त्रिकोणीय T20 सीरीज़ से नाम वापस ले लिया है।

बोर्ड ने अपने बयान में बताया कि तीन खिलाड़ियों की मौत और सात अन्य के घायल होने के बाद यह निर्णय लिया गया है। इस हमले के बाद अफगानिस्तान के शराना और अर्गुन इलाकों में मातम पसरा हुआ है, जहां स्थानीय लोगों की मदद से मलबे से लाशों को बाहर निकाला गया।

खेल से जश्न तक, फिर मातम में बदला जश्न

मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, मरने वाले सभी खिलाड़ी अफगानिस्तान के घरेलू और क्लब स्तर के क्रिकेटर थे। हमले के वक्त वे शराना इलाके में मैच जीतने के बाद जश्न मनाने अर्गुन पहुंचे थे। यह वही समय था जब पाकिस्तानी सेना ने कथित रूप से आतंकियों के ठिकानों को निशाना बनाते हुए रिहायशी इलाकों पर बमबारी शुरू कर दी। देखते ही देखते इमारतें मलबे में तब्दील हो गईं।

स्थानीय पत्रकारों और चश्मदीदों की माने तो हमला बेहद अचानक और बिना किसी चेतावनी के हुआ। मलबे से एक बच्चे का शव भी बरामद हुआ है, जिससे इस हमले की अमानवीयता पर और भी सवाल खड़े हो रहे हैं। कई घायल अब भी अस्पतालों में जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं।

ACB की कड़ी प्रतिक्रिया, अंतरराष्ट्रीय स्तर पर विरोध की तैयारी

इस दुर्भाग्यपूर्ण घटना के बाद अफगानिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सिर्फ सीरीज से नाम वापस नहीं लिया, बल्कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) से भी इस मुद्दे पर ध्यान देने की मांग की है। ACB अधिकारियों ने कहा कि यह सिर्फ एक हमला नहीं, बल्कि अफगानिस्तान के युवाओं के सपनों पर प्रहार है। खेल को हिंसा से दूर रखने की जो परंपरा रही है, वह इस घटना में टूटती नजर आ रही है।

बोर्ड के प्रवक्ता ने साफ किया कि जब तक इस मुद्दे पर पाकिस्तान सरकार और सेना की ओर से औपचारिक सफाई और माफी नहीं मिलती, तब तक ACB किसी भी द्विपक्षीय क्रिकेट गतिविधि में हिस्सा नहीं लेगा। आने वाले समय में अफगानिस्तान इस मामले को एशियन क्रिकेट काउंसिल (ACC) और यूनाइटेड नेशंस तक ले जाने की तैयारी में है।

RAED MORE-चारबाग स्टेशन पर ‘दून एक्सप्रेस’ बनी रणभूमि: सीट के विवाद में TTE पर हमला, चाय फेंकी, चेन गायब