हम बचपन से एक ही बात सुनते आए हैं-एक सफेद बाल तोड़ोगे, तो उसके आसपास दस और सफेद बाल निकल आएंगे. इस चेतावनी ने कितने लोगों को सफेद बाल तोड़ना से रोक रखा है, इसका अंदाज़ा आसानी से लगाया जा सकता है. लेकिन क्या यह सब सिर्फ दादी-नानी की बातें हैं या इसमें कहीं न कहीं वैज्ञानिक सच भी छिपा है? यही सवाल लोगों को सबसे ज़्यादा परेशान करता है. कई लोग डर के कारण सफेद बाल को ऐसे ही छोड़ देते हैं, जबकि कुछ लोग इसे तुरंत तोड़ डालते हैं. लेकिन सच क्या है? यह जानना जरूरी है, क्योंकि सफेद बाल हमारे शरीर में हो रहे बदलावों का संकेत भी हो सकता है.
बाल तोड़ने से नहीं, जड़ों की कमजोरी से बढ़ता है सफेदी
डर्मेटोलॉजी एक्सपर्ट की मानें तो सफेद बाल तोड़ना बाकी बालों को सफेद बनाने का कारण नहीं है. सफेदी का असली कारण बालों की जड़ों में मौजूद मेलानिन का कम हो जाना है. यह मेलानिन ही बालों को प्राकृतिक काला रंग देता है. जब शरीर में मेलानिन घटता है, तब बाल सफेद होने लगते हैं.
एक्सपर्ट बताते हैं कि हर बाल की जड़ अलग होती है. अगर एक बाल सफेद है तो इसका मतलब सिर्फ उसी फॉलिकल में मेलानिन प्रोडक्शन कम हुआ है. इसे तोड़ने से पास वाले फॉलिकल प्रभावित नहीं होते. यानी यह कहना पूरी तरह गलत है कि एक सफेद बाल तोड़ते ही बाकी बाल भी सफेद हो जाते हैं. हां, लेकिन बार-बार बाल तोड़ने से जड़ कमजोर हो सकती है, जिससे वहां बाल उगना कम हो सकता है या पतला हो सकता है.
तो फिर क्यों लगता है कि एक सफेद बाल तोड़ने के बाद और भी सफेद बाल दिखने लगे?
यह भ्रम इसलिए होता है क्योंकि सफेद बाल एक साथ नहीं निकलते, बल्कि धीरे-धीरे बढ़ते हैं. जब लोगों को पहला सफेद बाल दिखता है तो वे ध्यान नहीं देते, लेकिन जैसे ही एक सफेद बाल तोड़ते हैं, वे दूसरी बार स्कैल्प को ज़्यादा गौर से देखने लगते हैं. इस कारण उन्हें दो-चार और सफेद बाल भी दिखने लगते हैं, जो पहले से मौजूद थे लेकिन ध्यान नहीं गए थे. यही वजह है कि लोगों को लगता है कि एक सफेद बाल तोड़ना गलती साबित हो गया और उसी के कारण बाकी बाल भी सफेद हो गए.
इसके अलावा बढ़ती उम्र, तनाव, खानपान की कमी, विटामिन B12 की कमी, आनुवंशिक कारण और हार्मोनल बदलाव भी सफेद बाल बढ़ने की बड़ी वजह हैं. जब ये कारण मौजूद हों तो सफेद बाल तोड़ना किसी जादुई ट्रिगर की तरह काम करता दिखता है, जबकि असल में यह बस एक कॉइनसिडेंस होता है.
सफेद बाल रोकने के सही तरीके
एक्सपर्ट सलाह देते हैं कि सफेद बाल तोड़ना बिल्कुल भी सही विकल्प नहीं है. बाल को खींचकर निकालने से जड़ पर प्रेशर बढ़ता है और इससे स्कैल्प में मिनी डैमेज हो सकता है. अगर यह बार-बार किया जाए तो वहां बाल का ग्रोथ कम हो सकता है. यदि किसी को सफेद बाल परेशान कर रहे हैं, तो बेहतर तरीका है—सही पोषण, तनाव कम करना, पर्याप्त नींद, और जरूरत पड़ने पर डॉक्टर द्वारा बताए गए सप्लिमेंट लेना. विटामिन B12, फोलिक एसिड और आयरन की कमी दूर करने से कई लोगों में सफेद बालों की स्पीड कम हो जाती है. साथ ही बाजार में उपलब्ध अमोनिया-फ्री हेयर कलर भी सुरक्षित विकल्प हैं.
सच यह है कि सफेद बाल आना एक प्राकृतिक प्रक्रिया है, लेकिन उसे रोकने या धीमा करने के उपाय मौजूद हैं. बस जरूरत है सही जानकारी की और दादी-नानी वाले मिथकों पर कम भरोसा करने की.








