किसान आंदोलन के बीच बुजुर्ग अन्नदाता की हुई मौत, ठंड लगने से पड़ा हार्ट अटैक

पटियाला के गवर्नर राजिंद्र अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया। यहां उनका इमरजेंसी वार्ड में इलाज चल रहा था। लेकिन तभी उन्होंने दम तोड़ दिया। इनका इलाज लगभग डेढ़ घंटे तक चला डॉक्टर ने उनकी जान बचाने की पूरी कोशिश की।

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Framer Protest

Framer Protest: पंजाब और हरियाणा के शंभू बॉर्डर पर चल रहे किसान प्रदर्शन में एक बुजुर्ग किसान की मौत हो गई है। किसान की मौत की वजह हार्ट अटैक बताई जा रही है। पंजाब के गुरदासपुर के रहने वाले ज्ञान सिंह (78) ने दिल का दौरा पढ़ने के बाद शुक्रवार को दम तोड़ दिया था। कहां जा रहा है कि प्रदर्शन के दौरान ज्ञान सिंह को ठंड लग गई थी और इसके बाद उनकी मौत हो गई। ज्ञान सिंह को सुबह 4:00 बजे स्थानीय अस्पताल ले जाया गया जहां से उन्हें पटियाला के गवर्नर राजिंद्र अस्पताल में ट्रांसफर कर दिया गया। यहां उनका इमरजेंसी वार्ड में इलाज चल रहा था। लेकिन तभी उन्होंने दम तोड़ दिया। इनका इलाज लगभग डेढ़ घंटे तक चला डॉक्टर ने उनकी जान बचाने की पूरी कोशिश की।

दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई मौत: डॉक्टर

वहीं अस्पताल के डॉक्टर ने बताया कि किस की मौत दिल का दौरा पड़ने की वजह से हुई है जब उन्हें अस्पताल ले जाया गया तो उनकी हालत काफी नाजुक थी सुबह 6 बजे उन्होंने दम तोड़ दिया। आपको बता दे ज्ञान सिंह किसान मजदूर मार्च के धड़े किसान मजदूर संघर्ष समिति के सदस्य थे। पटियाला के डिप्टी कमिश्नर औकात अहमद पर्रे रहने भी किसान की मौत की पुष्टि की है। वही आपको बताते हैं ज्ञान सिंह की शादी नहीं हुई थी वह अपने भतीजे के साथ ही रह रहे थे उनकी 1.5 एकड़ की खेती की जमीन थी जिस पर खेती करते थे।

पंजाब- हरियाणा बॉर्डर पर चले किसानों के प्रदर्शन में ये पहली मौत

आपको बता दे पंजाबी और हरियाणा बॉर्डर पर चल रहे किसानों के प्रदर्शन के बीच यह पहले किसान की मौत हुई है। बताया जाए ज्ञान सिंह ट्राली में पांच अन्य किसानों के साथ सो रहे थे यह लोग शंभू बॉर्डर के पास मौजूद थे। ज्ञान सिंह के भतीजे जगदीश सिंह ने बताया कि सुबह 3:00 बजे उन्होंने तबीयत खराब होने की बात कही। जगदीश सिंह ने बताया कि हमने शंभू पुलिस स्टेशन के पास खड़ी एंबुलेंस को तुरंत बुलाया और राजपुरा सिविल अस्पताल ले गए जहां से हमें राजिंद्र मेडिकल कॉलेज पटियाला भेज दिया गया। उन्हें सांस लेने में दिक्कत हो रही थी। एंबुलेंस में ही उन्हें ऑक्सीजन सप्लाई कर दी गई सुबह 5 बजे तक मेडिकल कॉलेज पहुंचे लेकिन इलाज के दौरान उनकी मौत हो गई।

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