उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक ऐसा हाई वोल्टेज पारिवारिक ड्रामा सामने आया है, जिसे देखकर सोशल मीडिया यूज़र्स हैरान हैं। घटना महाराजपुर थाना क्षेत्र के नेशनल हाईवे की है, जहां एक पत्नी ने अपने पति को उसकी कथित गर्लफ्रेंड के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया। पत्नी को पति पर पहले से ही शक था और जैसे ही पति त्योहार के मौके पर घर लौटने के बहाने बाहर निकला, पत्नी ने उसका पीछा करना शुरू कर दिया। नरवल मोड़ पर जैसे ही उसने पति को दूसरी महिला के साथ देखा, सारा गुस्सा फूट पड़ा। फिर जो हुआ, उसने पूरे हाईवे को जाम कर दिया और राहगीरों के कैमरों में एक ज़बरदस्त तमाशा रिकॉर्ड हो गया।
थप्पड़, घूंसे और गालियों की गूंज के बीच, पति बना ‘खलनायक’
हैरानी की बात ये रही कि पत्नी के हंगामे के जवाब में पति ने खुद हिंसा की शुरुआत की और गुस्से में आकर पत्नी को जोरदार थप्पड़ जड़ दिया। यह देखकर पत्नी का पारा सातवें आसमान पर पहुंच गया और फिर उसने भी पति को तमाचे जड़ दिए। मामला यहीं नहीं रुका – पत्नी और गर्लफ्रेंड के बीच जबरदस्त झगड़ा शुरू हो गया, जिसमें दोनों एक-दूसरे पर लात-घूंसे चलाने लगीं। इस पूरे हंगामे को कई राहगीरों ने अपने मोबाइल में रिकॉर्ड कर लिया, और अब यह वीडियो सोशल मीडिया पर धड़ल्ले से वायरल हो रहा है।
उत्तर प्रदेश के कानपुर से एक ऐसा वीडियो सामने आया है,जिसमें एक पत्नी ने अपने पति को उसकी गर्लफ्रेंड के साथ रंगे हाथों पकड़ लिया.उसके बाद ऐसी लड़ाई शुरू हुई, जिसे देखकर हर कोई हैरान रह गया.इस पूरी खतरनाक लड़ाई का वीडियो राहगीरों ने मोबाइल फोन पर रिकॉर्ड कर लिया. pic.twitter.com/Hmy0jRpsYS
— Abhishek Kumar (@pixelsabhi) October 10, 2025
राहगीर न तो झगड़ा छुड़वाने आए और न ही किसी ने पुलिस को फ़ौरन बुलाया – सब सिर्फ तमाशा देखते रहे और वीडियो बनाते रहे। पति की शर्मनाक हरकत तो तब सामने आई जब उसने अपनी गर्लफ्रेंड को और उकसाया और पत्नी को ही पिटवाने की कोशिश की।
मामला फिलहाल शांत, पुलिस शिकायत का कर रही इंतजार
स्थानीय लोगों की मदद से मामला जैसे-तैसे शांत करवाया गया, लेकिन अभी तक पुलिस को किसी भी पक्ष से कोई आधिकारिक शिकायत नहीं मिली है। महाराजपुर थाना पुलिस का कहना है कि अगर पीड़ित पक्ष शिकायत दर्ज कराता है, तो पूरी घटना की गहन जांच की जाएगी और ज़रूरत पड़ने पर कानूनी कार्रवाई भी की जाएगी।
इस घटना ने सोशल मीडिया पर बड़ा तूफान खड़ा कर दिया है। वीडियो पर लोग जमकर कमेंट्स कर रहे हैं – कोई पति को दोषी ठहरा रहा है तो कोई सड़क पर झगड़ा करने वालों को। लेकिन सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या ऐसे निजी झगड़े को सरेआम तमाशा बना देना सही है? और क्या राहगीरों को मदद करनी चाहिए थी बजाय वीडियो बनाने के?