पाकिस्तान के युवा स्पिनर अबरार अहमद (Abrar Ahmed) इन दिनों सुर्खियों में हैं। हाल ही में एक इंटरव्यू में जब उनसे पूछा गया कि अगर उन्हें किसी क्रिकेटर के साथ बॉक्सिंग करनी पड़े तो वह किसे चुनेंगे, तो उन्होंने कहा “मैं चाहता हूं कि मैं बॉक्सिंग करूं और सामने शिखर धवन खड़े हों।” इस बयान के तुरंत बाद सोशल मीडिया पर हंगामा मच गया। भारतीय फैंस ने Abrar Ahmed की आलोचना शुरू कर दी और कई लोगों ने इसे खेल भावना के खिलाफ बताया। वहीं पाकिस्तान के कुछ यूजर्स ने इसे “अनुचित और गैर-पेशेवर” करार दिया। क्रिकेट विशेषज्ञों का मानना है कि ऐसे बयान दोनों देशों के बीच पहले से ही संवेदनशील रिश्तों को और जटिल बना सकते हैं।
शिखर धवन और Abrar Ahmed का पुराना तनाव
दरअसल, शिखर धवन और पाकिस्तान क्रिकेट के बीच पहले भी जुबानी टकराव देखे गए हैं। 2024 में पहलगाम आतंकी हमले के बाद धवन ने पाकिस्तान पर कड़ा बयान दिया था और कहा था कि आतंकवाद किसी भी रूप में स्वीकार्य नहीं है। उन्होंने यह भी साफ किया कि खेल राजनीति से ऊपर होना चाहिए, लेकिन देश के खिलाफ खड़े खिलाड़ियों के साथ खेलना उचित नहीं।
इसके बाद वर्ल्ड चैंपियनशिप ऑफ़ लीजेंड्स में भारत-पाकिस्तान मैच में धवन ने पाकिस्तान के खिलाफ खेलने से इनकार किया। माना जा रहा है कि Abrar Ahmed का “बॉक्सिंग वाला बयान” इसी पुरानी नाराजगी का नतीजा है। एशिया कप 2025 में टीम इंडिया से हार के बाद इस तरह का बयान देकर Abrar Ahmed ने विवाद को और बढ़ा दिया।
Abrar Ahmed के बयान पर PCB की चुप्पी
Abrar Ahmed का बयान इतना बड़ा मुद्दा बन चुका है कि भारतीय मीडिया और सोशल मीडिया पर यह लगातार ट्रेंड कर रहा है। फैंस ने #RespectCricket और #BanAbrarAhmed जैसे हैशटैग के माध्यम से अपनी नाराजगी जताई। कुछ पूर्व क्रिकेटरों ने इसे “खेल भावना के खिलाफ” बताया।
शिखर धवन ने फिलहाल इस विवाद पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी है, लेकिन उनके करीबी सूत्रों का कहना है कि धवन हमेशा खेल को खेल की भावना से देखते हैं और नफरत नहीं फैलाते। विशेषज्ञों का कहना है कि भारत-पाकिस्तान मुकाबले भावनाओं से भरे रहते हैं और खिलाड़ियों के बयान दोनों देशों के करोड़ों फैंस पर गहरा असर डालते हैं। Abrar Ahmed का यह बयान इसी वजह से बड़ा विवाद बन गया है।
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