सुपारी को अक्सर पूजा-पाठ में सामान्य वस्तु की तरह इस्तेमाल किया जाता है, लेकिन ज्योतिष और वास्तु शास्त्र में इसे बेहद शुभ और प्रभावशाली माना गया है। कई पारंपरिक मान्यताओं के अनुसार सुपारी में ऐसी ऊर्जा होती है, जो घर के वातावरण को सकारात्मक बनाकर धन और सौभाग्य को आकर्षित करती है। कहा जाता है कि प्रभु गणेश का आभास स्वरूप होने के कारण सुपारी हर तरह की बाधाओं को दूर करती है और रुके हुए कामों में तेजी लाती है।
वास्तु विशेषज्ञों का मानना है कि यदि घर के पूर्व, उत्तर या ईशान कोण में चांदी या पीतल के पात्र में एक साबुत सुपारी स्थापित की जाए, तो इससे घर में नकारात्मकता कम होती है और धन का प्रवाह शुरू होता है। कई लोग वर्षों से सुपारी के इन उपायों को अपनाते आ रहे हैं और दावा करते हैं कि इससे नौकरी में तरक्की, व्यापार में लाभ और अचानक आर्थिक अवसर मिलते हैं।
सुपारी को सिद्ध करने की पारंपरिक विधि
शास्त्रों के अनुसार सुपारी को तभी प्रभावी माना जाता है, जब इसे सही विधि से “सिद्ध” किया जाए। सुपारी सिद्धि के लिए शुभ नक्षत्र जैसे पुष्य नक्षत्र, विजयादशमी, दीपावली या अक्षय तृतीया—सबसे श्रेष्ठ माने जाते हैं। इन विशेष दिनों में लाल या पीले कपड़े पर सुपारी रखकर गणपति का आवाहन किया जाता है। हल्दी, कुमकुम, अक्षत, चंदन और फूलों से सुपारी का विधिवत पूजन करने के बाद लक्ष्मी मंत्र या गणपति मंत्र का जाप किया जाता है। इस मंत्रजाप को सुपारी में सकारात्मक ऊर्जा भरने वाला माना गया है। माना जाता है कि इसी क्षण सुपारी सिद्ध हो जाती है और उसके बाद यह सौभाग्य, आर्थिक स्थिरता और सफलता का माध्यम बन जाती है। कई परंपराओं में यह भी कहा गया है कि सिद्ध सुपारी को तिजोरी, दुकान, पूजा स्थान या घर के शुभ दिशा में रखने से धन की कमी दूर होती है और बाधाएं खत्म होती हैं। सिद्ध सुपारी को बार-बार पूजने से ऊर्जा और प्रभाव बढ़ता है।
मनोकामना पूर्ति के लिए सुपारी का विशेष उपाय
यदि कोई इच्छा लंबे समय से पूरी नहीं हो रही हो या जीवन में लगातार बाधाएं आ रही हों, तो सुपारी का मनोकामना पूर्ति उपाय बेहद लोकप्रिय माना जाता है। शुभ मुहूर्त या बुधवार के दिन किसी मंदिर में एक साबुत सुपारी, गंगाजल से भरा तांबे का लोटा और थोड़ी सी दक्षिणा अर्पित की जाती है।
यह उपाय ईश्वर तक आपकी मनोकामना को सीधे पहुंचाने वाला माना गया है। कई ज्योतिषाचार्यों का मानना है कि सुपारी मानसिक और ऊर्जा संतुलन पैदा करती है, जिससे संकल्प की शक्ति बढ़ती है और मनोकामना पूर्ण होने का मार्ग खुलने लगता है। चाहे नौकरी में प्रमोशन हो, व्यापार में लाभ, विवाह का संयोग, धन आगमन या जीवन की किसी भी तरह की अड़चन—सुपारी का यह उपाय आस्था रखने वालों के लिए तेजी से फल देने वाला माना जाता है।
पूर्णिमा पर किया जाने वाला सुपारी टोटका
पूर्णिमा को चंद्रमा की ऊर्जा अपने चरम पर होती है, इसी कारण इस दिन किया गया सुपारी उपाय बेहद प्रभावशाली माना जाता है। पूर्णिमा की रात साबुत सुपारी पर हल्दी या कुमकुम से स्वास्तिक बनाकर उसे चावल की ढेरी पर रखा जाता है। इसके ऊपर लाल धागे से बंधी दूसरी सुपारी स्थापित की जाती है और पूरा पूजन धूप–दीप और मंत्रजाप के साथ किया जाता है। यह उपाय लक्ष्मी को आकर्षित करने वाला माना गया है, जिससे घर में स्थायी समृद्धि आती है।
कहा जाता है कि इस उपाय से अचानक धन लाभ, रुके हुए पैसे की प्राप्ति और कर्ज जैसी समस्याओं से मुक्ति मिलती है। पूर्णिमा का यह टोटका उन परिवारों के लिए विशेष रूप से लाभदायक माना जाता है जो बार-बार आर्थिक कठिनाइयों से जूझते हैं।
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