सर्दियों के मौसम की शुरुआत हो चुकी है। यह इस मौसम में ज्यादातर व्यक्ति बीमार हो जाते है। खास कर उम्रदराज लोगों और बच्चों को इस मौसम में संभलकर रहना पड़ता है। लोगों ने इम्युनिटी पॉवर बढ़ाने के लिए अपनी जीवन शैली में काफी बदलाव किया है। वह आयुर्वेदिक काढ़े के साथ ही अन्य जरूरी खाद्य पदार्थों का भी सर्दियों के मौसम में नियमित सेवन कर रहे हैं जिससे उनकी रोग प्रतिरोधक क्षमता-बढ़े। आइये आज हम आपको बताते हैं कुछ ऐसी डाइट के बारे में जिनके सेवन से इस बदलते मौसम में शरीर को मजबूती मिलेगी।
ग्रीन और ब्लैक टी
दिन में एक या दो बार ग्रीन टी या फिर ब्लैक टी जरूर पिए। इससे आपकी रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ेगी, लेकिन एक या दो कप से ज्यादा इसका सेवन नहीं करना चाहिए अन्यथा भूख लगना बंद हो जायेगी और खाना खाने के मन नहीं करेगा,जो शरीर के लिए नुकसान दायक होगा।
कच्चा लहसुन
जिनकी हड्डियों में दर्द रहता है,उसे अपने खाने में कच्चे लहसुन का सेवन जरूर करना चाहिए। इससे हड्डियों को तो मजबूती मिलती ही है साथ ही रोग प्रतिरोधक क्षमता को भी बढ़ाता है। कच्चे लहसुन में एलिसिन, जिंक, सल्फर, सेलेनियम और विटामिन ए व ई पर्याप्त मात्रा में पाए जाते हैं।
दही
दही खाने से भी इम्युनिटी पवार बढ़ता है। साथ ही यह हड्डियों को भी मजबूत करता है और अगर मांसपेशियों में दर्द है तो उसके लिए भी फायदेमंद होगा, इसके साथ ही पेट या फिर पेट के निचले हिस्से में जलन की शिकायत है तो भी दही फायदेमंद है। यह पाचनतंत्र को भी सही रखता है।
ओट्स
अक्सर ओट्स का सेवन लोग वेट कंट्रोल करने के लिए करते हैं लेकिन यह सिर्फ वेट कंट्रोल नहीं करता बल्कि इसमें पर्याप्त मात्रा में फाइबर और एंटी-माइक्राबियल गुण होता है,जिससे रोग प्रतिरोधक क्षमता बढती है।
विटामिन सी
विटामिन सी में संक्रामक रोगों से लड़ने की काफी क्षमता होती है। यह इन्युनिटी पावर को भी बूस्ट करता है। ऐसे में सर्दियों के मौसम में नींबू, आंवला, मौसमी, संतरा, चौलाई, बंद गोभी,पालक और हरी धनिया का सेवन फायदेमंद होता है।
अंजीर
अंजीर शरीर के पीएच स्तर को भी नियंत्रित करता है। इसमें पोटेशियम, मैंगनीज ,एंटी-अक्सी डेंट तत्व भरपूर मात्रा में होता है। अंजीर में मौजूद फाइबर ब्लड शुगर को भी कंट्रोल करता है। इसे भी डाइट में शामिल किया जा सकता है।
अलसी
अलसी में ओमेगा-3 और फैटी एसिड पर्याप्त मात्रा में पाया जाता है। शाकाहार करने वालों के लिये ओमेगा 3 और फैटी एसिड का अच्छा स्रोत हैं। उन्हें अपने खाने में अलसी जरुर शामिल करना चाहिए। हालांकि अलसी के बारे में लोगों को ज्यादा जानकारी नहीं होती है इसलिए इसे अंदर रेटेड मान लिया जाता है।
मशरूम
इम्युनिटी पवार बढ़ाने के लिए मशरूम का सेवन भी फायदेमंद होता है। इसके सेवन से इम्युनिटी पावर तेज़ी से बढ़ता है। यह शरीर में मौजूद रक्त कोशिकाओं के कार्य को बढ़ाकर रोग प्रतिरोधक सिस्टम को बूस्ट करता है। साथ ही मशरूम खाने से कैंसर जैसी भयानक बीमारी से भी बचाव होता है।
गाजर
अक्सर लोग गाजर को आँख की रोशनी बढ़ाने का अच्छा स्रोत मानते हैं, लेकिन आंख की रोशनी बढ़ाने के साथ ही इसमें शरीर में मौजूद कई हानिकारक बैक्टीरिया से लड़ने की भी जबर्दस्त क्षमता होती है। गाजर के सेवन से लंग कैसर होने की संभावना न के बराबर हो जाती है। गाजर में विटामिन ए, कैरोटिनाइड और एंटी ऑक्सीडेंट का स्रोत है। मोतियाबिंद की शिकायत होने या आंखों के रोगों से बचने के लिए गाजर को डाइट में शामिल करना चाहिए।
टमाटर
कहते है जो व्यक्ति रोजाना एक टमाटर खाता है,रोग उसके आसपास भी नहीं भटकता। यह एक ऐसा फल है जो लगभग हर कोई अपने खाने में इस्तेमाल करता है। टमाटर एलडीएल (बैड कोलेस्ट्राल) का लेवल को कम करने में सहायक होता है। इसमें लाइकोपेन पाया जाता है जो शरीर में मौजूद फ्री रेडिकल्स को न्यूट्रलाइज कर देता है जिससे फ्री रेडिकल्स हमारे शरीर को नुकसान नहीं पहुंचा पाते।