‘अगर दम है तो…’ भगवान राम के अस्तित्व पर स्टालिन के मंत्री ने उठाए सवाल तो भड़के महंत बालक दास

भगवान राम के अस्तित्व का कोई ऐतिहासिक परिणाम नहीं है। उनके इस बयान से विवाद खड़ा हो गया और अब इस पर पातालपुरी के अध्यक्ष महंत बालक दास ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है।

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Mahant Balak Das

Mahant Balak Das: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन के परिवहन मंत्री एसएस शिव शंकर ने भगवान राम को लेकर एक विवादित बयान दे दिया है जिसके बाद संत समाज भी काफी खफा हो गया। डीएमके नेता ने दावा किया है कि भगवान राम के अस्तित्व का कोई ऐतिहासिक परिणाम नहीं है। उनके इस बयान से विवाद खड़ा हो गया और अब इस पर पातालपुरी के अध्यक्ष महंत बालक दास ने अपनी पहली प्रतिक्रिया दी है।

महंत बालक दास ने जताई नाराजगी

महंत बालक दास ने नाराज की जाहिर करते हुए कहा कि,”इन मंत्री संत्री को ना इतिहास का पता है और ना ही भूगोल का। इन लोगों को धार्मिक ज्ञान भी नहीं है। ये लोग हर बयान अपनी राजनीतिक रोटियां सेंकने के मकसद से देते हैं। जो मुंह में आता है, वो बोल देते हैं। इन लोगों की मूर्खता अपने चरम पर पहुंच चुकी है। ऐसे लोगों को भगवान सदबुद्धि दें। इन लोगों का पार्टी में रहना भी उचित नहीं है। ये लोग मंत्री बने बैठे हैं, लेकिन इन लोगों को राम जी के इतिहास के बारे में कुछ भी नहीं पता है।अगर पता होता तो ये लोग इस तरह का बयान ही नहीं देते हैं। राम जी के संबंध में इतने सारे शास्त्र हैं, क्या इन लोगों को कभी इनके बारे में पढ़ा है।”

सरकार को ऐसे लोगों के खिलाफ करनी चाहिए करवाई-बालक दास

महंत बालक दास ने आगे कहां के ऐसे लोगों के खिलाफ सरकार को कार्रवाई करनी चाहिए। उन्होंने कहा,”मुझे लगता है कि भगवान इन लोगों को दंड देंगे ही, लेकिन सरकार को भी ऐसे लोगों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करनी चाहिए। अगर इन लोगों में हिम्मत है, तो जरा मुस्लिम और मौलवी के बारे में बोलकर दिखाएं, ये लोग नहीं बोलेंगे। हिंदू नरम होता है, वो किसी भी प्रकार का हिंसा नहीं करना चाहता है। इसका ये लोग फायदा उठाते हैं।”

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