रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह द्वारा हाल ही में सर क्रीक इलाके को लेकर की गई चेतावनी के बाद पाकिस्तान में सैन्य तनाव बढ़ गया है। इस बयान के तुरंत बाद पाकिस्तानी नौसेना ने हड़बड़ी में कार्रवाई करते हुए सर क्रीक इलाके का दौरा किया और तीन विशेष प्रकार की हॉवरक्राफ्ट बोट्स तैनात की। यह घटनाक्रम 1965 के युद्ध की याद ताजा कर रहा है, जब इसी इलाके को लेकर दोनों देशों के बीच तनाव चरम पर था। इस दौरे के दौरान पाक नेवी चीफ एडमिरल नावेद अशरफ ने बताया कि उन्होंने बलूचिस्तान के जिवानी तक समुद्री और सीमावर्ती सुरक्षा सुनिश्चित करने का आदेश दिया है।
पाकिस्तानी नौसेना की तैयारी और होवरक्राफ्ट तैनाती
जानकारी के मुताबिक, पाकिस्तान ने इंग्लैंड से खरीदी गई तीन हाई-स्पीड हॉवरक्राफ्ट्स को सर क्रीक इलाके में तैनात किया है। ये बोट्स पानी और जमीन दोनों पर संचालित होने में सक्षम हैं और पाकिस्तानी नौसेना के लिए रणनीतिक महत्व रखती हैं। एडमिरल अशरफ ने इस दौरान कहा कि ये बोट्स “सर क्रीक में हमारी संप्रभुता की रक्षा और संभावित संकट के समय त्वरित प्रतिक्रिया के लिए” इस्तेमाल की जाएंगी। सुरक्षा विशेषज्ञों का मानना है कि इस कदम से पाकिस्तान की ओर से क्षेत्रीय तनाव बढ़ सकता है और भारत-पाकिस्तान के बीच सीमा पर चौकसी और मजबूत होगी।
भारत की सतर्कता और संभावित मुकाबला
रक्षा विश्लेषकों का कहना है कि भारत की सतर्कता और राजनाथ सिंह के बयान के बाद पाकिस्तान की यह हरकत केवल संकट की आशंका पैदा करती है। हालांकि, भारतीय नौसेना और तटवर्ती सुरक्षा बल भी पूरी तरह सक्रिय और तैयार हैं। सर क्रीक इलाके में हालिया गतिविधियों को देखते हुए विशेषज्ञों ने कहा कि दोनों देशों के बीच किसी भी प्रकार की गलती भारी सैन्य संघर्ष में बदल सकती है। इस पूरे घटनाक्रम ने क्षेत्रीय सुरक्षा और समुद्री रणनीति पर नई बहस शुरू कर दी है।












