मैनपुरी में 44 साल पहले हुए नरसंहार पर आया कोर्ट का फैसला, 3 आरोपियों को मिली फांसी की सजा

इस हत्याकांड के 17 आरोपियों में से 13 लोगों की पहले ही मौत हो चुकी है। आपको बताने मैनपुरी के दिहुली गांव में 1981 में जातीय हिंसा में 24 दलितों की हत्या हुई थी।

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Mainpuri News: उत्तर प्रदेश में मैनपुरी दलित हत्याकांड में 44 साल बाद अदालत ने अपना फैसला सुना दिया है। इस हत्याकांड में अदालत में तीन दोषियों को फांसी की सजा सुनाई और तीनों आरोपियों को 50-50 हजार रुपए का जुर्माना भी लगाया। इस हत्याकांड के 17 आरोपियों में से 13 लोगों की पहले ही मौत हो चुकी है। आपको बताने मैनपुरी के दिहुली गांव में 1981 में जातीय हिंसा में 24 दलितों की हत्या हुई थी।

44 साल पहले हुआ था नरसंहार

1981 में जाति हिंसा में हुए नरसंहार में तीन आरोपियों को दोषी पाया गया है। अदालत ने रामसेवक ,कप्तान सिंह ,रामपाल को फांसी की सजा सुनाई है। 44 साल पहले हुए नरसंहार पर प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने तत्कालीन घटनास्थल का दौरा किया था। आपको बता दे पहले दिहुली गांव में मैनपुरी जनपद में आता था इसलिए कैसे मैनपुरी जिला न्यायालय में चला गया।

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