Sitapur News: सीतापुर के 6 लोगों की हत्या के मामले में एक सनसनीखेज खुलासा हुआ है। सीतापुर के रामपुर मथुरा थाना क्षेत्र के पाल्हापुर में मन भाई और उसकी पत्नी वह तीन बच्चों की हत्या करने वाला आरोपी बड़ा भाई अजीत बहुत ही साथ तीर तरीके से अपने ही पूरे परिवार के सभी सदस्य को मौत के घाट उतार दिया।सामूहिक नरसंहार में जिले की पुलिस ने अनुराग को ही मानसिक रोगी बताकर पूरे परिवार का हत्यारा बनाया था। पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद इस मामले में एक अलग ही मोड आ गया।
पोस्टमार्टम रिपोर्ट से पलटी कहानी
शनिवार यानी 11 मई को इस गांव के एक ही परिवार में एक साथ-साथ छह लोगों की मौत हो गई। घर के सामने खुली जगह पर तीन छोटे-छोटे बच्चे जमीन पर पड़े बुरी तरह तड़प रहे थे। इनमें 12 साल की एक बच्ची आरना, 8 साल का उसका छोटा भाई आद्विक और 7 साल का उसकी छोटी बहन अरवी शामिल थी। जब लोग अंदर पहुंचे तो मंजर और भी भयानक था।लोगों ने देखा कि घर के अंदर वहीं रहने वाले बाकी के तीन लोगों की लाशें पड़ी थीं। एक घर के बड़े बेटे अनुराग सिंह की, दूसरी उसकी बीवी प्रियंका की और तीसरी अनुराग की 65 साल की बुजुर्ग मां सावित्री की। किसी के समझ में नहीं आ रहा था कि आखिर ऐसा क्या हुआ की 6 लोगों को बेरहमी से मौत के घाट उतार दिया गया। खबर मिलने पर पुलिस मौके पर पहुंची और मौके पर ही पुलिस को अनुराग सिंह का छोटा भाई अजीत सिंह भी मिला, जो अनुराग के घर से थोड़ी ही दूर एक दूसरे मकान में रहता है। अजीत ने पुलिस को बताया कि इस वारदात के बारे में उसे कुछ नहीं पता है लेकिन शाम के समय अनुराग की उसकी पत्नी के साथ कुछ लड़ाई हो रही थी। उसने बताया कि अनुराग ने ही अपने तीन बच्चों और पत्नी और मां की हत्या की और बाद में खुद को गोली मार कर आत्महत्या कर ली। शुरुआती छानबीन में पुलिस को भी यही लगा कि अनुराग ने ही अपने पूरे परिवार को मौत के घाट उतारा है। लेकिन जैसे ही पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आई तो पुलिस के पैरों तले जमीन ही खिसक गई।
वारदात का हुआ सनसनीखेज खुलासा
जब पोस्टमार्टम रिपोर्ट आई तो उसमें खुलासा हुआ कि अनुराग के सिर पर दो गोलियां लगी थी। इनमें एक गोली जहां दायीं कटपटी से घुस कर बांयी गाल से बाहर निकल गई, वहीं दूसरी गोली बांयी कनपटी से अंदर गई और अंदर ही फंस कर रह गई। इतना ही नहीं उसके सिर पर हथौड़े जैसी किसी भारी चीज़ से हमला किए जाने के भी निशान मिले। पोस्टमार्टम रिपोर्ट सामने आने के बाद हर किसी के मन में यही सवाल खड़ा हो रहा था कि आखिर एक इंसान अपने सिर पर दो गोलियां कैसे मार सकता है और उसके बाद अपने सर पर हथौड़े का वार कैसे कर सकता है। पुलिस को शक होने पर अनुराग के भाई अजीत से पुलिस ने पूछताछ की जिसमें उसने अपना जुर्म कबूल किया और उसने ही प्रॉपर्टी के चक्कर में अपने भाई के पूरे परिवार और अपनी मां को मौत के घाट उतार दिया।