58 साल पहले बॉलीवुड पर छाई थी ये हसीना… फिर ऐसा क्या हुआ कि ठेले पर उठी उसकी लाश?

एक अभिनेत्री जिसने ग्लैमर की दुनिया में कदम रखते ही सुर्खियां बटोरीं, लेकिन मौत आई तो पहचानने वाला भी कोई नहीं था।

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Deh Vyapar

1967 में एक बड़ी सुपरहिट फिल्म से फिल्मी दुनिया में कदम रखने वाली यह अभिनेत्री कुछ ही समय में लाखों दिलों की धड़कन बन गई थी। खूबसूरत चेहरे और दमदार अभिनय के कारण उन्हें बड़े बैनर्स की फिल्मों के ऑफर मिलने लगे। पर इस सफलता की कीमत उन्हें निजी जिंदगी में चुकानी पड़ी। उनके परिवार ने फिल्मों में काम करने के फैसले से नाराज होकर उन्हें घर से बेदखल कर दिया। पहले से शादीशुदा इस अभिनेत्री का वैवाहिक जीवन भी जल्द ही टूट गया। पति ने उनका साथ छोड़ दिया और वे पूरी तरह अकेली हो गईं।

फिल्में छिनीं, भरोसे तोड़े गए, और देह व्यापार में धकेली गईं

सपनों के शहर मुंबई में अब वो संघर्ष का नाम बन चुकी थीं। एक कथित फिल्म ब्रोकर ने उन्हें काम दिलाने का झांसा दिया, लेकिन हकीकत में उन्हें मानसिक और शारीरिक शोषण से गुजरना पड़ा। आरोप हैं कि इस दौरान उन्हें जबरन देह व्यापार में उतारा गया। उनका नाम फिल्मी गलियारों से मिट चुका था और वे गुमनामी में खोने लगीं। आर्थिक तंगी ने उन्हें शराब की लत में धकेला, और हर दिन उनके लिए एक नई जंग बन गया।

अंत इतना दर्दनाक कि सुनकर दिल कांप जाए

करीब एक दशक के भीतर उनका शरीर टूट चुका था और आत्मा भी। शराब और अवसाद ने उनके स्वास्थ्य को बुरी तरह प्रभावित किया। जब उन्होंने 1977 में अंतिम सांस ली, तो वह मुंबई के एक सरकारी अस्पताल में थीं, अकेली और बेसहारा। सबसे भयावह बात यह रही कि उनकी मौत के बाद शव को अस्पताल से श्मशान ले जाने के लिए कोई वाहन नहीं मिला — इसलिए उनकी लाश को एक  ठेले पर रखकर अंतिम यात्रा पर भेजा गया। जो कभी फिल्मी पर्दे की रानी थीं, उन्हें मौत के बाद इज़्ज़त तक नसीब नहीं हुई।

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