दिवाली पर क्यों जलाए जाते हैं घी और तेल के दिए? जाने इसके पीछे की वजह

इस बार दिवाली 13 नवंबर 2023 को मनाई जाएंगी। दिवाली में घी और तेल के दीए जलाए जाते हैं दिवाली पर पटाखे भी जलाए जाते हैं। आज हम इस आर्टिकल में दिवाली पर दिए जलाने के महत्व के बारे में जानेंगे।

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Deepak Jalane Ke Mahatva: हिंदू धर्म में दिवाली सभी त्योहारों में विशेष मानी जाती है। पूरे देश में दिवाली का त्यौहार बड़े ही धूमधाम से मनाया जाता है। दिवाली के त्यौहार का लोगों को बेसब्री से इंतजार रहता है। दिवाली कार्तिक मास की अमावस्या के दिन मनाई जाती है। इस बार दिवाली 13 नवंबर 2023 को मनाई जाएंगी। दिवाली में घी और तेल के दीए जलाए जाते हैं दिवाली पर पटाखे भी जलाए जाते हैं। आज हम इस आर्टिकल में दिवाली पर दिए जलाने के महत्व के बारे में जानेंगे।

वनवास से अयोध्या लौटे थे श्री राम

शास्त्रों के अनुसार इस दिन प्रभु श्री राम 14 साल का वनवास काटकर अयोध्या लौटे थे। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार इस दिन घर में दूसरों का आगमन होता है इसीलिए उनके स्वागत में घर में दीपक जलाना बहुत ही शुभ माना जाता है दिवाली का त्योहार अमावस्या के दिन मनाया जाता है। इसीलिए इस दिन घर में दीपक जलाकर अंधेरी रात को दूर किया जाता है। दिवाली पर घी और तेल का दीपक जलाने के पीछे एक परंपरा भी है इसके बारे में जानते हैं‌

क्यों जलाया जाता है सरसों तेल का दीपक?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार मिट्टी को मंगल का प्रतीक माना जाता है तो वहीं तेल को शनि का प्रतीक माना जाता है। इस दिन मिट्टी का दीपक तेल डालकर जलाने से इन ग्रहों के द्वारा आ रही समस्याएं दूर हो जाती हैं। वही दिवाली के दिन घी का दीपक जलाना शुभ माना जाता है गाय के घी का दीपक जलाने से मां लक्ष्मी प्रसन्न होती हैं और कभी भी धन धान्य की कमी नहीं आती है।

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