Raksha Sutra Niyam: हिंदू धर्म में कलावा का बहुत बड़ा महत्व है किसी भी मांगलिक कार्य के दौरान आखिरी में कलाई पर कलावा बांधने के बिना अनुष्ठान अधूरा सा लगता है रक्षा सूत्र या मौली यानी कलावा बांधने की प्रथा वैदिक काल से चली जा रही है। लेकिन क्या आपको पता है कि महीनों तक रक्षा सूत्र नहीं बांधना चाहिए बहुत ही अशुभ माना जाता है।
21 दिनों तक बांधना चाहिए कलावा
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कलावा रक्षा सूत्र के रूप में बांधा जाता है। धार्मिक दृष्टिकोण से यह कलवा त्रिदेव ब्रह्मा, विष्णु, महेश का सूचक है। जो लोग महीना तक रक्षा सूत्र बांधे रखते हैं उन्हें यह जान लेना चाहिए कि ज्यादा दिन तक हाथ में कलावा नहीं बांधना चाहिए। शास्त्र के अनुसार कलावे का रंग जब उतरना शुरू हो जाता है तब उसकी ऊर्जा भी कम होने लगती है। ऐसे में कलावा 21 दिनों से अधिक नहीं धारण करना चाहिए 21 दिनों बाद उसे उतार कर नया कलवा शुभ मुहूर्त पर धारण करना चाहिए।
कलावा बांधने के नियम
-शादीशुदा महिलाओं को बाएं हाथ में रक्षा सूत्र बांधना चाहिए।
-पुरुष और अविवाहित कन्याओं को दाएं हाथ में कलावा बांधना चाहिए।
-कलावा बंधवाते समय मुट्ठी में दक्षिण रखकर बंद रखे कलावा बांधने वाले को वही दक्षिणा दे दें।
-कलावा बंधवाते समय दूसरा हाथ सिर पर रखें।
-कलावा तीन, बार ,पांच ,बार, सात, बार या 9 बार ही कलाई में लपेट हैं।
पुराना कलावा अगर हो जाए तो उसे जल में प्रवाहित कर दें और नहीं तो पेड़ की जड़ में गड्ढा खोदकर गाड़ दे।
(Disclaimer: यहां पर प्राप्त जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। News India इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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