Thursday, December 4, 2025

वृंदावन में प्रेमानंद महाराज ने बोला कुछ ऐसा… कि धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री भी रह गए चुप

वृंदावन की पवित्र भूमि मंगलवार को उस समय और भी पावन हो गई, जब बागेश्वर धाम के पीठाधीश्वर धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री प्रेमानंद महाराज से मिलने श्री हित राधा केली कुंज आश्रम पहुंचे। यह मुलाकात सिर्फ एक औपचारिक भेंट नहीं थी, बल्कि दो संतों के बीच गहन आध्यात्मिक संवाद का क्षण था।

शास्त्री जी ने प्रेमानंद महाराज का कुशलक्षेम जाना और उनसे अध्यात्म तथा भक्ति की गहराइयों पर चर्चा की। बताया जाता है कि शास्त्री जी हाल ही में मुंबई से लौटे थे और उन्होंने महाराज को बताया कि वहां “मायाजाल” बहुत गहरा था। इस पर प्रेमानंद महाराज ने कहा — “आप भगवान के पार्षद हैं, और पार्षद माया से मुक्ति दिलाते हैं। जहां भी जाएं, भगवत नाम का प्रचार करें, वही सबसे बड़ा तप है।”

भगवत नाम पर प्रेमानंद महाराज का संदेश

प्रेमानंद महाराज ने इस दौरान भगवत नाम की महिमा का उल्लेख करते हुए कहा कि “माया का अंत केवल भगवान के नाम से ही संभव है।” उन्होंने कहा कि विज्ञान जितना भी आगे बढ़ जाए, वह आत्मा और परमात्मा के रहस्यों को नहीं समझ सकता। “भगवत नाम का जाप करने वाला कभी अकेला नहीं होता, क्योंकि उस पर साक्षात भगवान की कृपा दृष्टि बनी रहती है।”

इसी बातचीत के दौरान धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री ने उन्हें बताया कि वह दिल्ली से वृंदावन तक एक पदयात्रा निकालने जा रहे हैं, जिसका उद्देश्य है — जन-जन तक प्रभु का नाम पहुंचाना। इस पर प्रेमानंद महाराज ने न केवल आशीर्वाद दिया, बल्कि कहा कि “यह यात्रा केवल एक मार्ग नहीं, बल्कि आत्मा के जागरण का द्वार है।”

दुआओं में भी झलकती है आस्था की एकता

दिलचस्प बात यह रही कि कुछ दिन पहले जब प्रेमानंद महाराज अस्वस्थ थे, तो प्रयागराज के रहने वाले सूफियान नामक युवक ने मदीना में उनके स्वास्थ्य की दुआ मांगी थी। सोशल मीडिया पर सूफियान का वीडियो वायरल हुआ, जिसमें वह कहते नजर आए — “मैं प्रेमानंद महाराज के भजन सुनता हूं, और जब सुना कि वे बीमार हैं, तो खिजरा के वक्त मैंने अल्लाह से उनकी सलामती मांगी।”

इस घटना ने दिखाया कि भक्ति की कोई जात-पंथ या मजहब नहीं होती, बल्कि यह आत्मा से जुड़ी भावना है। प्रेमानंद महाराज के प्रति सूफियान की आस्था ने लोगों के दिलों को छू लिया। इस बीच, धीरेंद्र कृष्ण शास्त्री प्रेमानंद महाराज का आशीर्वाद लेकर अपने अगले गंतव्य की ओर रवाना हो गए, बिना किसी मीडिया बातचीत के — मानो यह मुलाकात शब्दों से नहीं, आत्मा से हुई हो।

RAED MORE-भारत लौटे Virat Kohli, क्या  अब लेंगे संन्यास? नए लुक ने मचाई हलचल

Hot this week

spot_img

Related Articles

Popular Categories

spot_imgspot_img