Floodz Bride Rescue: गुरदासपुर में आई बाढ़ ने जहां लोगों की जिंदगी को थम-सा दिया था, वहीं एक दुल्हन की शादी भी अधर में लटक गई थी। करमी नाम की युवती का विवाह 28 अगस्त को बटाला के एक युवक से होना था, लेकिन 27 अगस्त की रात आई बाढ़ ने पूरे गांव को पानी से घेर लिया। हालात इतने बिगड़ गए कि लड़की अपने ही घर में फंस गई और बारात आने के बावजूद शादी रुकने की नौबत आ गई। तभी एसडीएम कलानौर ज्योत्सना सिंह ने मोर्चा संभाला और एनडीआरएफ टीम के साथ नाव में बैठकर दुल्हन को सुरक्षित निकालने पहुंचीं।
एसडीएम बनीं देवदूत
एसडीएम ज्योत्सना सिंह ने अपनी जान की परवाह किए बिना करमी को सुरक्षित बाहर निकाला और नाव के जरिए उसे कलानौर के विवाह मंडप तक पहुंचाया। पूरे इलाके में यह दृश्य किसी फिल्मी सीन से कम नहीं था, जहां दुल्हन नाव से उतरकर सीधा शादी के मंडप में पहुंची। परिवार और ग्रामीणों ने एसडीएम की बहादुरी की जमकर सराहना की और जिला प्रशासन का आभार व्यक्त किया।
अनोखी शादी बनी चर्चा का विषय
दुल्हन के विवाह मंडप में नाव से पहुंचने की यह अनोखी घटना पूरे जिले में चर्चा का विषय बन गई। बाढ़ के कारण जहां लोग परेशान थे, वहीं यह शादी लोगों के लिए उम्मीद और साहस की मिसाल बन गई। करमी और उसका परिवार इस दिन को कभी नहीं भूल पाएगा, क्योंकि मुश्किल हालात में भी खुशियों का रास्ता एसडीएम की बहादुरी ने बना दिया।












