Pitru Dosh: ज्योतिष शास्त्र के अनुसार व्यक्ति के जीवन में अगर पितृ दोष लगा है तो बहुत ही अशुभ माना जाता है। शनि दोष और कालसर्प दोष की तरह पितृ दोष भी बहुत विनाशकारी माना जाता है। अगर किसी व्यक्ति की कुंडली में यह दोष लग गया है तो उसका जीना मुश्किल हो जाता है उसके जीवन में अशुभ घटनाएं घटने लगती हैं। पितृ दोष होने पर व्यक्ति को गंभीर समस्याओं का सामना करना पड़ता है। आज हम इस आर्टिकल में पितृ दोष के दौरान होने वाली घटनाओं के बारे में जानेंगे।
पितृ दोष के मिलते हैं कैसे संकेत?
-कुंडली में पितृ दोष होने से परिवार के सदस्यों के बीच झगड़ा होने लगते हैं।
-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में पितृ दोष होता है तो घर में किसी भी मांगलिक काम में बाधा आती है।
-कुंडली में पितृदोष हो तो कैरियर और शिक्षा में विकास और उन्नति में बाधाएं आने लगती है।
-कुंडली में पितृ दोष है तो बिना कारण गर्भपात हो जाता है। इसके साथ ही गर्भ धारण करने में भी समस्या आती है।
-मान्यता है कि कुंडली में पितृ दोष होता है तो बच्चे बार-बार बीमार होने लगते हैं। बेवजह का खर्च होने लगता है।
पितृ दोष को दूर करने के उपाय
-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में पितृदोष होने पर इसके प्रभाव को कम करने के लिए पितृ पक्ष में पितरों का तर्पण करना चाहिए।
-कुंडली में पितृदोष है तो अर्ध और कुंभ स्नान के दिन अन्य कपड़े, कंबल आदि चीजों का दान करना चाहिए।
-ज्योतिष शास्त्र के अनुसार कुंडली में पितृ दोष होने पर जितना हो सके बुजुर्गों और गरीबों की सहायता करनी चाहिए। इससे पितृ दोष का प्रभाव कम हो जाता है
-पितृ दोष होने पर पितृपक्ष में चीटियां, पक्षियों, सड़क के कुत्ते और गाय को दूध और भोजन करना चाहिए।
-कुंडली में पितृदोष होने पर बरगद के पेड़ में नियमित रूप से जल चढ़ाने से लाभ होता है। कुंडली में पितृदोष होने पर हर समस्या को ब्राह्मणों को भोजन करने से इसका प्रभाव कम हो जाता है।