स्वामी प्रसाद मौर्य ने हिंदूवादी संगठनों के जलाभिषेक की धमकी पर दिया करारा जवाब, बोले- “गंदे मन वाले दूसरों को क्या शुद्ध करेंगे”

वीएचपी की धमकी पर पूर्व मंत्री का तीखा पलटवार, बोले- "मैं अपने बयान पर आज भी कायम हूं, भोलेनाथ के असली भक्त उपद्रव नहीं करते।"

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Swami Prasad Maurya

Swami Prasad Maurya: उत्तर प्रदेश के पूर्व कैबिनेट मंत्री और अपनी जनता पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष, स्वामी प्रसाद मौर्य, ने एक बार फिर अपने विवादास्पद बयान को लेकर हिंदूवादी संगठनों के विरोध पर तीखी प्रतिक्रिया दी है। विश्व हिंदू परिषद (वीएचपी) द्वारा उनके आवास पर जलाभिषेक की चेतावनी के जवाब में मौर्य ने कहा, “जिनका मन और विचार पहले से ही गंदे हैं, वे दूसरों को क्या शुद्ध करेंगे?” उन्होंने दो टूक कहा कि वह अपने बयान पर आज भी पूरी तरह कायम हैं और किसी भी प्रकार के दबाव में नहीं आएंगे।

“भोलेनाथ के भक्त उपद्रव नहीं करते”

स्वामी प्रसाद मौर्य ने यह भी साफ किया कि उनके विचार शिवभक्तों के खिलाफ नहीं हैं, बल्कि उन तत्वों के खिलाफ हैं जो कांवड़ यात्रा के नाम पर अराजकता फैलाते हैं। उन्होंने कहा, “जो लोग सेना को तंग करते हैं, सड़कें जाम करते हैं और बहन-बेटियों को परेशान करते हैं, वे किसी भी तरह से भोलेनाथ के सच्चे अनुयायी नहीं हो सकते। भोलेशंकर की आस्था में हिंसा और उपद्रव की कोई जगह नहीं है।” उन्होंने अपने विरोधियों से सवाल करते हुए कहा कि क्या आस्था के नाम पर अशांति फैलाना सही है?

 “धमकियों से नहीं डरता हूं”

मौर्य ने हिंदूवादी संगठनों को सीधी चुनौती देते हुए कहा कि अगर उन्हें लगता है कि जल छिड़ककर किसी को शुद्ध किया जा सकता है, तो उन्हें पहले अपने मन की शुद्धि करनी चाहिए। उन्होंने यह भी जोड़ा कि समाज में जो लोग डर का माहौल बनाकर राजनीति करना चाहते हैं, उन्हें जनता जवाब देगी। मौर्य ने कहा, “मैं एक समाजवादी सोच वाला इंसान हूं और ऐसे लोगों से डरने वाला नहीं।”

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