Rahul Gandhi: कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा कर्नाटक के महादेवपुर विधानसभा क्षेत्र में “वोट चोरी” के गंभीर आरोप लगाने के बाद चुनाव आयोग ने गुरुवार को कड़ा रुख अपनाते हुए उनसे औपचारिक हलफनामा जमा करने की मांग की है। आयोग ने साफ किया है कि यदि राहुल गांधी अपने आरोपों को प्रमाणित नहीं कर पाते हैं, तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जा सकती है। चुनाव आयोग का यह बयान उस वक्त आया जब राहुल गांधी ने मतदाता सूची में भारी अनियमितताओं का आरोप लगाते हुए चुनावी निष्पक्षता पर सवाल उठाए।
राहुल गांधी के आरोपों पर आयोग ने मांगा सबूत
राहुल गांधी ने एक जनसभा में दावा किया था कि महादेवपुर क्षेत्र में हजारों फर्जी वोटर जोड़े गए हैं और यह भाजपा के इशारे पर हो रहा है। चुनाव आयोग ने इस बयान को गंभीरता से लेते हुए कहा कि यदि किसी भी सार्वजनिक मंच से ऐसा आरोप लगाया जा रहा है, तो उसके समर्थन में तथ्यात्मक प्रमाण देना अनिवार्य है। आयोग ने राहुल गांधी को संबोधित पत्र में साफ किया कि महज राजनीतिक बयानबाजी से लोकतांत्रिक प्रक्रियाओं को संदिग्ध नहीं बनाया जा सकता।
हलफनामा न देने पर हो सकती है कार्रवाई
चुनाव आयोग ने यह भी स्पष्ट किया कि यदि राहुल गांधी द्वारा निर्धारित समयसीमा के भीतर हलफनामा प्रस्तुत नहीं किया गया, या उसमें पर्याप्त प्रमाण नहीं हुए, तो उनके खिलाफ भारतीय दंड संहिता और जनप्रतिनिधित्व अधिनियम के तहत कानूनी कार्यवाही की जा सकती है। आयोग का यह कदम भविष्य में नेताओं द्वारा बिना सबूत के लगाए जाने वाले आरोपों पर रोक लगाने की दिशा में एक बड़ा संदेश माना जा रहा है। अब सबकी नजर राहुल गांधी की प्रतिक्रिया और कांग्रेस पार्टी के अगले कदम पर टिकी है।
Read more-‘मुस्लिमों से न खरीदें राखी!’ रक्षाबंधन पर साध्वी प्राची की चेतावनी ने बढ़ाई हलचल