माता प्रसाद पांडेय के किस सवाल पर भड़क गए बृजेश पाठक कहा- ‘हम ऐसी कड़ी कार्रवाई करेंगे कि याद रखेंगे…:

माता प्रसाद पांडे ने स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक से सवाल करते हुए कहा कि,'जब आप मेडिकल कॉलेज बना रहे थे तब उसमें प्रावधान था कि 500,1000 बेड का अस्पताल अलग बनेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और उसे जिला अस्पताल से संबद्ध कर दिया गया।

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brajesh pathak on Mata Prasad Pandey

Mata Prasad Pandey: अखिलेश यादव ने इटावा से विधायक माता प्रसाद पांडेय को नेता प्रतिपक्ष के रूप में नियुक्त किया। नेता प्रतिपक्ष बनने के बाद माता प्रसाद पांडे ने उत्तर प्रदेश के डिप्टी सीएम स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक और ऊर्जा मंत्री अरविंद शर्मा से ऐसा सवाल कर दिया जिसका जवाब देते हुए बृजेश पाठक भड़क गए। माता प्रसाद पांडेय ने बतौर नेता प्रतिपक्ष अपना पहला सवाल किया था।

माता प्रसाद पांडेय ने किया पहला सवाल

माता प्रसाद पांडे ने स्वास्थ्य मंत्री बृजेश पाठक से सवाल करते हुए कहा कि,’जब आप मेडिकल कॉलेज बना रहे थे तब उसमें प्रावधान था कि 500,1000 बेड का अस्पताल अलग बनेंगे। लेकिन ऐसा नहीं हो पाया और उसे जिला अस्पताल से संबद्ध कर दिया गया। उसी को आधार बनाकर अपने मेडिकल कॉलेज बना दिया। अब जो जिला अस्पताल मेडिकल कॉलेज से संबंध कर दिया तो क्या यह सुनिश्चित किया जाएगा। वहां निशुल्क दवाएं मिलेंगी? निशुल्क सेवाएं मिलेंगी? क्यों ऐसा हो नहीं रहा है।’ माता प्रसाद पांडे के इस सवाल पर बृजेश पाठक ने जवाब देते हुए कहा कि,’यह नेता प्रतिपक्ष का पहला सवाल है। हम इसका पूरा सम्मान करते हैं। जिन जिला अस्पतालों को मेडिकल कॉलेज में परिवर्तित किया गया है, चिकित्सा शिक्षा विभाग में स्थानांतरित किया गया है सभी में पूर्व की बात सेवाएं निःशुल्क दी जा रही हैं। अगर आपके पास इसकी शिकायत है जो सुविधा पहले निशुल्क थी और अब उसके पैसे लिए जा रहे हैं तो आप हमें लिखित दीजिए हम उनके खिलाफ ऐसी कड़ी कार्रवाई करेंगे कि वह हमेशा याद रखेंगे।’

बिजली कटौती करने का क्या कारण-माता प्रसाद पांडेय

ऊर्जा मंत्री से सवाल करते हुए माता प्रसाद पांडे ने कहा कि,’मैं आपसे जानना चाहता हूं कि आज से कुछ दिन पहले आप बिजली प्रचुर मात्रा में दे रहे थे क्या कारण है आपको कटौती करने का फैसला लेना पड़ रहा है क्या उत्पादन में कमी आ गई है या क्षमता से कम बिजली केंद्र से मिल रही है।’ इसका जवाब देते हुए ऊर्जा मंत्री अरविंद कुमार शर्मा ने कहा, ‘2021- 22 में जो बिजली मिलती थी 31% का घाटा था। इतने बड़े घाटे के बाद किसी तंत्र सिस्टम को चलाना बड़ा मुश्किल होता है। हर यूनिट पर बिजली विभाग को घाटा होता है। हमको तो यह विरासत में मिला है। 1 लाख करोड रुपए के घाटे में बिजली विभाग चल रहा है हम लोग प्रयास कर रहे हैं कि ज्यादा से ज्यादा बिजली दे सके।’

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