Pop Francis Death: पोप फ्रांसिस ने 88 साल की उम्र में इस दुनिया को अलविदा कह दिया। वह काफी दिनों से बीमारी से जूझ रहे थे। पोप फ्रांसिस निमोनिया से परेशान थे। पोप फ्रांसिस को 14 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था लेकिन उनकी हालत में सुधार नहीं हुआ और उन्होंने वेटिकन सिटी में आखिरी सांस ली। पोप फ्रांसिस के निधन की खबर सुनते ही 1.4 अरब की जनसंख्या वाला कैथलिक समाज शोक में डूब गया है।
पीएम मोदी ने जताया दुख
पोप फ्रांसिस के निधन पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दुख जताया। प्रधानमंत्री ने एक्स पोस्ट में लिखा है कि, ‘पोप प्रांसिस के निधन से मुझे गहरा दुख हुआ है। दुख और याद की इस घड़ी में कैथोलिक समुदाय के प्रति मेरी हार्दिक संवेदना व्यक्त करता हूं। पोप फ्रांसिस को दुनिया भर के लाखों लोग हमेशा करुणा, विनम्रता और आध्यात्मिक साहस के प्रतीक के रूप में याद रखेंगे।’
बचपन से एक फेफड़ों के सहारे जी रहे थे पोप
पोप फ्रांसिस फेफड़ों की बीमारी से जूझ रहे थे उनका एक फेफड़ा बचपन में ही हटा दिया गया था। अभी तक एक फेफड़ों के सहारे ही जी रहे थे। लेकिन डबल निमोनिया होने की वजह से वह काफी परेशान रहते थे जहां पर उन्हें 14 फरवरी को अस्पताल में भर्ती कराया गया था 38 दिनों तक अस्पताल में रहने के बाद वह घर चले आए थे। पोप फ्रांसिस को डॉक्टरों ने आराम की सलाह दी थी।