सोशल मीडिया पर हमेशा चर्चा में रहने वाले यूट्यूबर और इन्फ्लूएंसर शादाब जकाती ने हाल ही में नया वीडियो साझा किया। इस वीडियो में डॉक्टरों से जुड़े कुछ ऐसे मुद्दे दिखाए गए, जिन्हें देखकर मेडिकल समुदाय में नाराज़गी पैदा हुई।
विशेषकर चिकित्सक पेशे की गरिमा को ध्यान में रखते हुए डॉक्टरों ने कहा कि जकाती का कंटेंट पेशे के प्रति गलत संदेश देता है और समाज में डॉक्टरों के महत्व को कमतर दिखा सकता है। वीडियो वायरल होते ही सोशल मीडिया पर लोग अपने-अपने मत व्यक्त करने लगे।
डॉक्टरों की ने जताई नाराज़गी
डॉक्टरों का कहना है कि शादाब जकाती के वीडियो में पेशे से जुड़े जो दृश्य और संवाद दिखाए गए हैं, वे वास्तविकता से मेल नहीं खाते। इसके कारण आम जनता में डॉक्टरों के काम और उनके संघर्ष के प्रति गलतफहमी फैल सकती है। मेडिकल संघों और पेशेवर डॉक्टरों ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कार्रवाई की मांग की है। उनका कहना है कि ऐसे कंटेंट पर रोक लगनी चाहिए ताकि पेशे की इज्जत और समाज में विश्वास बनाए रखा जा सके।
नया वीडियो से बढ़ी चर्चाएँ
आजकल सोशल मीडिया पर हर वीडियो तेजी से वायरल हो जाता है। यूट्यूबर और इन्फ्लूएंसर अपने कंटेंट से लाखों लोगों तक संदेश पहुंचाते हैं। इस मामले में भी शादाब जकाती का वीडियो तेजी से देखा जा रहा है।
विशेषज्ञों का कहना है कि कंटेंट बनाते समय सामाजिक जिम्मेदारी को ध्यान में रखना बहुत जरूरी है। मनोरंजन और सटीक जानकारी में संतुलन बनाए रखना आवश्यक है, वरना यह सीधे समाज में भ्रम और गलत संदेश फैला सकता है।
इन्फ्लूएंसर और डॉक्टरों के बीच बढ़ती दूरी
डॉक्टरों ने वीडियो के खिलाफ कड़ा रुख अपनाया है और सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म से शादाब जकाती के कंटेंट की समीक्षा करने और आवश्यक कार्रवाई करने की मांग की है।इस विवाद से यह भी साफ हो गया है कि इन्फ्लूएंसर और सामाजिक प्रभाव डालने वाले लोग अपने कंटेंट की जिम्मेदारी समझें। केवल मनोरंजन या वायरल होने के लिए पेशेवरों और समाज की भावनाओं के साथ खिलवाड़ करना सही नहीं है।
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