इस वर्ष रक्षाबंधन का पर्व अयोध्या के राम मंदिर में बेहद खास अंदाज में मनाया जाएगा। रामलला के लिए उनकी बड़ी बहन ‘शांता’ की ओर से एक विशेष राखी भेजी गई है, जो मधुबनी चित्रकला की शैली में बनाई गई है। यह ऐतिहासिक पहल न केवल धार्मिक भावना को सजीव करेगी, बल्कि भाई-बहन के पवित्र रिश्ते को एक नई आध्यात्मिक ऊंचाई देगी। मंदिर प्रशासन के मुताबिक, यह पहला मौका होगा जब रामलला के हाथ पर इस प्रकार की राखी बांधी जाएगी।
शांता की राखी में छिपा है लोककला और श्रद्धा का संगम
राखी को बिहार की प्रसिद्ध मधुबनी शैली में सजाया गया है, जिसमें प्राकृतिक रंगों, धार्मिक प्रतीकों और बहन की ममता का अद्भुत समावेश है। यह राखी प्रतीक है उस स्नेह का, जो शांता ने अपने भाई राम के प्रति सदियों से समर्पित रखा है। माना जाता है कि महाराज दशरथ की पुत्री और राम की बड़ी बहन शांता, जिन्हें बहुत कम लोग जानते हैं, एक तपस्विनी थीं और उन्होंने हमेशा अपने भाइयों की रक्षा और कल्याण की कामना की। इस राखी के माध्यम से उनकी भावनाओं को मंदिर में मूर्त रूप दिया जाएगा।
रामलला को मिलेगा ‘शांता स्नेह’, भक्तों में उल्लास
राम मंदिर में इस राखी को एक विशेष पूजा के साथ रामलला के हाथ में बांधा जाएगा। इस अवसर पर विशेष आरती, भजन और सांस्कृतिक कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे। राम भक्तों में इस आयोजन को लेकर जबरदस्त उत्साह है और माना जा रहा है कि यह आयोजन आने वाले वर्षों में परंपरा बन सकता है। रक्षाबंधन जैसे पारिवारिक त्योहार को रामलला से जोड़कर श्रद्धालुओं के लिए यह संदेश दिया जा रहा है कि ईश्वर भी हमारे परिवार का हिस्सा हैं—और उनके साथ हमारा संबंध केवल भक्ति का नहीं, भाव का भी है।
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