दिल्ली में हुए हालिया ब्लास्ट के बाद उत्तर प्रदेश के संभल जिले में कश्मीरी सुरक्षा गार्डों और मजदूरों की पहचान की जा रही है। स्थानीय प्रशासन ने कहा कि सभी कश्मीरी नागरिकों का सत्यापन किया जा रहा है ताकि किसी तरह की सुरक्षा खतरे से बचा जा सके। पहले चरण में 13 कश्मीरियों की जानकारी पूरी तरह जांची गई और उन्हें उनके गृह प्रदेश वापस भेज दिया गया।
अगले चरण में 25 कश्मीरी नागरिकों की वापसी
अधिकारियों ने बताया कि मंगलवार को संभल जिले से 25 और कश्मीरी नागरिकों को उनके मूल स्थान पर भेजा जाएगा। इनमें हयातनगर की मस्जिद में कार्यरत लोग भी शामिल हैं। प्रशासन का कहना है कि यह कदम सुरक्षा और कानून के अनुसार उठाया जा रहा है, ताकि क्षेत्र में किसी भी प्रकार की अफवाह या तनाव पैदा न हो।
सुरक्षा और सामुदायिक शांति का ध्यान
स्थानीय प्रशासन ने मीडिया से बातचीत में कहा कि यह कार्रवाई किसी समुदाय विशेष के खिलाफ नहीं है, बल्कि यह सुरक्षा कारणों से की जा रही है। संभल के एसडीएम ने बताया कि सभी नागरिकों के दस्तावेजों और पहचान की जांच के बाद ही उन्हें घर भेजा जा रहा है। प्रशासन यह सुनिश्चित करना चाहता है कि इलाके में शांति और सामान्य जीवन प्रभावित न हो।
रक्षा के साथ मानवता भी महत्वपूर्ण
विशेषज्ञों का कहना है कि इस प्रकार की कार्रवाई में सुरक्षा के साथ-साथ मानवाधिकारों का ध्यान रखना भी जरूरी है। कश्मीरी नागरिकों की पहचान और उनकी वापसी में प्रशासन ने यह सुनिश्चित किया है कि उन्हें किसी प्रकार की असुविधा या तनाव का सामना न करना पड़े। स्थानीय लोग भी यह कदम समझ रहे हैं और समुदाय में शांति बनाए रखने की कोशिश कर रहे हैं।
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