अंबेडकरनगर। मुख्यमंत्री के कड़े आदेश के बाद भी भ्रष्टाचार कम नहीं हो पा रहा है। सोमवार को अकबरपुर तहसील में तैनात एक लेखपाल को लखनऊ की एंटी करप्शन टीम ने घूस की रकम के साथ रंगे हाथों गिरफ्तार कर लिया। लेखपाल जमीन की पैमाइश के लिए 20 हजार रुपए मांग रहा था। एंटी करप्शन टीम द्वारा आरोपी लेखपाल के खिलाफ अकबरपुर कोतवाली में भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया गया है।
आपको बता दें गिरफ्तार रुपेश यादव लेखपाल संघ का अध्यक्ष भी है। अकबरपुर तहसील क्षेत्र के सोनगांव के मजरे बदलपुर के निवासी सुरेंद्र प्रताप यादव पुत्र संदीप यादव ने सितई निषाद से जमीन का बैनामा कराया है। आपको बता दें उन्होंने दाखिल खारिज भी करा लिया था, जहां पर उसने बैनामा लिया था वहीं बगल में पुलिस विभाग की भी जमीन है। पैमाइश के बाद पुलिस विभाग और सुरेंद्र प्रताप यादव की जमीन को अलग अलग कर दिया गया था। यहाँ तक सुरेंद्र ने पिलर लगाकर अपना कब्जा भी ले लिया था। बगल में ही विजय निषाद की भी जमीन थी।
निर्माण करने के लिए स्थानीय लेखपाल रुपेश यादव द्वारा एक लाख की मांग की गई। बताया जा रहा है कि 50 हजार रुपए विजय निषाद और सुरेंद्र प्रताप यादव द्वारा एक साथ दिया गया था। विजय निषाद ने अपना निर्माण कार्य भी शुरू कर दिया था। जब सुरेंद्र प्रताप यादव ने जमीन पर निर्माण कार्य शुरू कराया तो फिर लेखपाल ने पैसे की मांग की। शिकायत के मुताबिक सुरेंद्र ने 50 हजार रुपए की जगह 40 हजार रुपए देने की बात कही थी।
20 हजार रुपए देकर सुरेंद्र ने निर्माण कार्य शुरू कराया तो लेखपाल ने फिर से शेष 20 हजार रुपए की मांग करनी शुरू कर दी। पैसा न देने पर लेखपाल ने पुलिस की सहायता से निर्माण कार्य रुकवा दिया। जबकि इस संबंध में किसी सक्षम अधिकारी का आदेश जारी नहीं किया था, जिससे परेशान होकर सुरेंद्र प्रताप यादव ने पुलिस अधीक्षक एंटी करप्शन लखनऊ दयाराम से शिकायत की।
करीब एक हफ्ते पूर्व शिकायत के बाद सोमवार को जिले में पहुंची एंटी करप्शन टीम ने अकबरपुर तहसील के सोनगांव के पास से लेखपाल रुपेश यादव को 20 हजार रुपए देते वक्त रंगे हाथों की गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तार करने के बाद एंटी करप्शन टीम लेखपाल रुपेश को अकबरपुर कोतवाली ले आई। उसके खिलाफ भ्रष्टाचार निवारण अधिनियम के तहत मुकदमा दर्ज कराया। एंटी करप्शन टीम में शामिल निरीक्षक राय साहब दिवेदी ने बताया कि आरोपी लेखपाल को मंगलवार को जेल भेज दिया जाएगा। वह फरियादियों से कई बार बदतमीजी से पेश आ चुका है, जिसके चलते वह सुर्ख़ियों में भी रहा है।