उत्तर प्रदेश के उन्नाव जिले के माखी थाना क्षेत्र के मिर्जापुर कलां गांव में उस समय अफरा-तफरी मच गई, जब एक साधारण-सी खेत की खुदाई अचानक रहस्यमयी खजाने में बदल गई। खेत की मेड़ के पास मजदूर जैसे ही मिट्टी साफ कर रहे थे, उनका फावड़ा जमीन के भीतर दबे एक घड़े से टकराया। घड़ा फटते ही मजदूरों की आंखें उस दृश्य को देखकर फटी की फटी रह गईं—अंदर से राधा-कृष्ण की चमकदार पीतल की मूर्तियां, कुछ अन्य धातु के अवशेष और संस्कृत भाषा में लिखा भोजपत्र निकल आया। देखते ही देखते यह खबर गांव में आग की तरह फैल गई और आसपास के लोग बड़ी संख्या में खेत पर इकट्ठा हो गए।
घर ले जाने पर युवक बीमार, लोगों ने माना ‘संकेत’
मूर्तियां मिलने की जानकारी मिलते ही खेत मालिक के परिजनों ने इन्हें अपने घर ले जाने की कोशिश की। ग्रामीणों के अनुसार, मूर्तियां जैसे ही उठाई गईं, परिवार का एक युवक अचानक अस्वस्थ हो गया। इस घटना ने माहौल को और रहस्यमयी बना दिया। गांव के कई लोग इसे ‘दैवी चेतावनी’ मान बैठे, जबकि कुछ लोगों ने इसे महज संयोग करार दिया। परिजन घबरा गए और तुरंत मूर्तियों को वापस खेत में रखवा दिया। इसके बाद गांव के आचार्यों को बुलाकर पूजा-अभिषेक कराया गया ताकि किसी भी तरह की अनहोनी की आशंका दूर की जा सके।
घायल सर्प ने बढ़ाया रहस्य, भीड़ में दहशत का माहौल
खुदाई के दौरान मिट्टी हटाते वक्त मजदूरों के फावड़े से एक सर्प भी घायल हो गया। सर्प को देखकर मौजूद ग्रामीणों में दहशत फैल गई। कई लोगों ने इसे ‘खजाने का रक्षक’ बताकर घटना को धार्मिक और रहस्यमयी मोड़ दे दिया। इसी बीच भीड़ बढ़ती चली गई, लोग मूर्तियों और भोजपत्र के बारे में तरह-तरह के कयास लगाने लगे। गांव के कुछ बुजुर्गों ने दावा किया कि इस इलाके में प्राचीन अवशेष पहले भी मिलते रहे हैं, लेकिन इस तरह की खूबसूरती और संरक्षित स्वरूप वाली मूर्तियां उन्होंने पहली बार देखी हैं।
पुलिस ने किया कब्जा, प्राचीनता की जांच शुरू
मामला बढ़ता देख पुलिस टीम मौके पर पहुंची और पूरे क्षेत्र को सुरक्षित कर लिया। अधिकारियों ने बरामद घड़ा, मूर्तियां, भोजपत्र और अन्य वस्तुओं को कब्जे में लेकर परीक्षण की तैयारी शुरू कर दी है। पुलिस का कहना है कि विशेषज्ञों की टीम सामग्री की प्राचीनता, धातु की गुणवत्ता और भोजपत्र पर लिखे श्लोकों की जांच करेगी, जिससे उनकी वास्तविक उत्पत्ति का पता लगाया जा सके। घटना के बाद पूरे इलाके में उत्सुकता का माहौल है और लोग लगातार खेत पर पहुंचकर इस ‘खजाने’ की चर्चा कर रहे हैं। गांव में यह खोज अब एक रहस्य बन चुकी है—क्या यह संयोग था, कोई प्राचीन धरोहर, या किसी अनकही कहानी का हिस्सा? जवाब जांच के बाद ही सामने आएगा।
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