Madhya Pradesh CM: मध्य प्रदेश में मुख्यमंत्री के नाम का इंतजार आखिरकार खत्म हो गया है। राज्य के सीएम के तौर पर मोहन यादव के नाम पर मुहर लग चुकी है। बीजेपी की विधायक दल की बैठक में सर्वसम्मति से मोहन यादव के नाम को मुहर लग गई है। इससे पहले बीजेपी आलाकमान ने मनोहर लाल खट्टर, डॉ. के लक्ष्मण और आशा लकड़ा को पर्यवेक्षक बनाकर मुख्यमंत्री चुनने की जिम्मेदारी दी थी। सोमवार को पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में हुई विधायक दल की बैठक में मोहन यादव के नाम को अंतिम निर्णय ले लिया गया।
बीजेपी को मिला प्रचंड बहुमत
एमपी की 230 विधानसभा सीटों के लिए 17 नवंबर को मतदान डाले गए थे। इसके परिणाम 30 नवंबर को जारी हुए थे। परिणामों में बीजेपी को प्रचंड बहुमत के साथ जीत मिली थी। नजर डालें अगर आंकड़ों पर तो बीजेपी के हिस्से में 163 सीटें आईं, जबकि कांग्रेस को 66 सीटें ही प्राप्त हुई।
नतीजों के बाद मुख्यमंत्री के चेहरे पर बना सस्पेंस
चुनाव जीतने के बाद से सभी के मन में यह सवाल था कि मध्य प्रदेश का अगला मुख्यमंत्री कौन होगा? चुनाव जीतने के बाद से ही शिवराज सिंह चौहान लोगों के बीच जा रहे थे। सभी से मिल रहे थे। उन्होंने यह भी कहा था कि वे सीएम में ही रहेंगे। बार-बार उन्होंने पार्टी का हर निर्णय मानने की बात भी दोहराई थी। वहीं इस बीच विधानसभा चुनाव में जीत दर्ज करने वाले बीजेपी सांसदों ने इस्तीफा देकर मामले को और रोचक भी बना दिया। इसी के साथ माना जाने लगा कि मुख्यमंत्री पद की रेस में शिवराज के अलावा कई और भी दिग्गज हैं।
छत्तीसगढ़ के निर्णय ने बढ़ाई दिलचस्पी
काफी लंबे इंजतार के बाद बीजेपी ने बीते शुक्रवार को तीनों राज्यों के लिए पर्यवेक्षकों की नियुक्ति की और उन्हें विधायकों से मिलकर मुख्यमंत्री तय करने की जिम्मेदारी सौंपी थी। इस बीच बीते दिन छत्तीसगढ़ में आदिवासी समुदाय से आने वाले विष्णुदेव साय को मुख्यमंत्री चुनकर पार्टी ने सभी को हैरान कर दिया। इसके बाद से ही एमपी को लेकर अटकलें और भी तेज हो गईं। हालांकि, परिणाम के सप्ताह भर बाद सभी कयासों और अटकलों पर विराम लगाते हुए पार्टी ने अपना निर्णय कर दिया और मोहन यादव को राज्य का अगला मुख्यमंत्री बनाया जायेगा।