इस जिले की अनोखी परंपरा: जब दुल्हन बारात लेकर जाती है दूल्हे के घर!

उत्तरकाशी जिले की जोजोड़ा शादी परंपरा में दुल्हन अपने बारातियों के साथ दूल्हे के घर जाती है, जहां फेरे और जयमाला की रस्में होती हैं। जानें इस अनोखी परंपरा के बारे में।

15
उत्तरकाशी

उत्तराखंड के उत्तरकाशी जिले में एक अनोखी परंपरा का पालन किया जाता है, जिसमें दुल्हन अपने बारातियों के साथ दूल्हे के घर जाती है। यह परंपरा सदियों से चली आ रही है और आज भी इसे बड़े धूमधाम से मनाया जाता है। सामान्य शादियों से बिल्कुल विपरीत इस परंपरा को “जोजोड़ा शादी” के नाम से जाना जाता है। आइये जानते हैं, इस दिलचस्प परंपरा के बारे में, जो उत्तराखंड के इस क्षेत्र की पहचान बन चुकी है।

दुल्हन का अनोखा रिवाज: बारात लेकर जाती है दुल्हन

उत्तरकाशी जिले के कुछ हिस्सों में दुल्हन शादी से पहले अपने परिवार और बारातियों के साथ दूल्हे के घर जाती है। इस यात्रा में 100 से भी अधिक लोग शामिल होते हैं, जो दुल्हन के साथ सजी-धजी बारात लेकर दूल्हे के घर पहुँचते हैं। इस समय दूल्हे का घर पहले से सजाया जाता है, लेकिन दूल्हा वहां मौजूद नहीं होता। यह परंपरा अपने आप में एक गहरी सांस्कृतिक धारा को दर्शाती है, जिसमें दुल्हन को ही शादी की शुरुआत का अधिकार दिया जाता है।

फेरे और जयमाला दूल्हे के घर ही होते हैं

सबसे दिलचस्प बात यह है कि शादी के पारंपरिक रस्में—फेरे और जयमाला—भी दुल्हन के घर नहीं, बल्कि दूल्हे के घर ही होती हैं। दुल्हन बारात लेकर दूल्हे के घर पहुँचती है, और फिर इस अनोखी रस्म को निभाने के बाद ही दूल्हा और दुल्हन एक-दूसरे के साथ अपना भविष्य शुरू करते हैं। इस परंपरा के चलते शादी का माहौल और भी खास हो जाता है, क्योंकि इसमें दुल्हन के परिवार की अहम भूमिका होती है।

Read more-मैदान पर छलक पड़ा जज़्बा! ऑस्ट्रेलिया को हराते ही रो पड़ीं हरमनप्रीत और जेमिमा, वीडियो ने जीत से ज्यादा भावुक कर दिया देश को