Wednesday, December 17, 2025

अरब दुनिया में भारत की बढ़ती पकड़! जॉर्डन पहुंचे पीएम मोदी, रिश्तों को मिलेगी नई मजबूती

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अपने दो दिवसीय आधिकारिक दौरे पर जॉर्डन की राजधानी अम्मान पहुंच चुके हैं। यह दौरा भारत और जॉर्डन के बीच लंबे समय से चले आ रहे दोस्ताना रिश्तों को और मजबूत करने की दिशा में अहम माना जा रहा है। अम्मान एयरपोर्ट पर उतरते ही जॉर्डन के प्रधानमंत्री जाफर हसन ने स्वयं मौजूद रहकर पीएम मोदी का औपचारिक और गर्मजोशी भरा स्वागत किया। यह स्वागत केवल शिष्टाचार नहीं, बल्कि दोनों देशों के बीच बढ़ते विश्वास और सहयोग का प्रतीक भी माना जा रहा है। प्रधानमंत्री मोदी यह दौरा जॉर्डन के किंग अब्दुल्ला द्वितीय बिन अल हुसैन के विशेष निमंत्रण पर कर रहे हैं। क्षेत्रीय स्थिरता, शांति, व्यापार, निवेश और सांस्कृतिक सहयोग जैसे कई अहम मुद्दों पर इस यात्रा के दौरान बातचीत होने की उम्मीद है। मध्य पूर्व में भारत की बढ़ती भूमिका और अरब देशों के साथ मजबूत होते रिश्तों के लिहाज से यह दौरा बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

एयरपोर्ट से सोशल मीडिया तक, पीएम मोदी का संदेश

जॉर्डन पहुंचते ही प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म एक्स पर अपनी भावनाएं साझा कीं। उन्होंने ट्वीट कर कहा कि अम्मान पहुंचकर उन्हें बेहद प्रसन्नता हो रही है और एयरपोर्ट पर गर्मजोशी से स्वागत करने के लिए उन्होंने जॉर्डन के प्रधानमंत्री जाफर हसन का आभार व्यक्त किया। पीएम मोदी ने यह भी भरोसा जताया कि यह यात्रा भारत और जॉर्डन के बीच द्विपक्षीय संबंधों को और मजबूती प्रदान करेगी। उनका यह संदेश साफ तौर पर दर्शाता है कि भारत जॉर्डन को केवल एक कूटनीतिक साझेदार नहीं, बल्कि एक भरोसेमंद मित्र के रूप में देखता है। प्रधानमंत्री के इस ट्वीट को दोनों देशों के नागरिकों के साथ-साथ अंतरराष्ट्रीय समुदाय में भी सकारात्मक संकेत के रूप में देखा जा रहा है। विशेषज्ञों का मानना है कि इस दौरे से रक्षा, शिक्षा, स्वास्थ्य, ऊर्जा और पर्यटन जैसे क्षेत्रों में नए अवसर खुल सकते हैं।

भारतीय प्रवासियों का भावनात्मक स्वागत

अम्मान में एक होटल पहुंचने पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का भारतीय प्रवासी समुदाय ने बेहद उत्साह और गर्व के साथ स्वागत किया। बड़ी संख्या में मौजूद भारतीयों ने भारत माता की जय और मोदी-मोदी के नारों के साथ प्रधानमंत्री का अभिनंदन किया। इस अवसर को और खास बनाने के लिए एक सांस्कृतिक कार्यक्रम का आयोजन भी किया गया, जिसमें भारतीय कला और संस्कृति की झलक देखने को मिली। प्रवासी समुदाय की सदस्य सुदेशना ने प्रधानमंत्री के सामने शास्त्रीय नृत्य की प्रस्तुति दी, जो भगवान शिव पर आधारित थी। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री के सामने प्रस्तुति देने का अवसर उनके जीवन का यादगार पल है। सुदेशना ने भारतीय दूतावास का आभार जताते हुए बताया कि वह केरल से हैं और इस अनुभव को वह हमेशा संजोकर रखेंगी। इस स्वागत ने यह दिखाया कि विदेशों में रहने वाले भारतीय आज भी अपनी जड़ों से गहराई से जुड़े हुए हैं।

भारत–जॉर्डन रिश्तों को मिलेगी नई दिशा

प्रधानमंत्री मोदी का यह दौरा केवल औपचारिक मुलाकातों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसका उद्देश्य भारत और जॉर्डन के रिश्तों को रणनीतिक स्तर पर और मजबूत करना है। दोनों देशों के बीच पहले से ही शिक्षा, रक्षा सहयोग, जल प्रबंधन और आईटी जैसे क्षेत्रों में सहयोग जारी है, जिसे अब और विस्तार देने की योजना है। जॉर्डन पश्चिम एशिया में भारत का अहम साझेदार माना जाता है और क्षेत्रीय शांति व स्थिरता में उसकी भूमिका महत्वपूर्ण है। ऐसे में यह दौरा दोनों देशों के बीच आपसी समझ को और गहरा करने का अवसर प्रदान करेगा। जानकारों का मानना है कि इस यात्रा के बाद व्यापारिक निवेश, सांस्कृतिक आदान-प्रदान और लोगों के बीच संपर्क को बढ़ावा मिलेगा। कुल मिलाकर, पीएम मोदी का जॉर्डन दौरा भारत की सक्रिय और संतुलित विदेश नीति का एक मजबूत उदाहरण बनकर उभर रहा है।

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