दिल्ली। सोमवार की शाम करीब 6:45 बजे लाल किले के पास उस वक्त अफरातफरी मच गई जब एक खड़ी कार में जोरदार विस्फोट हुआ। कुछ ही पलों में पूरा इलाका चीखों और धुएं से भर गया। धमाके की आवाज इतनी तेज थी कि दरियागंज, चांदनी चौक और माटिया महल तक लोगों ने ज़मीन हिलती महसूस की।
प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, कार के उड़े हुए हिस्से पास खड़ी तीन गाड़ियों पर जा गिरे जिससे उनमे भी आग लग गई। पुलिस और दमकल की गाड़ियाँ कुछ ही मिनटों में मौके पर पहुंचीं और इलाके को घेर लिया गया।
“पहले लगा किसी जानवर का मांस है…” चश्मदीद ने बताया डरावना मंजर
धमाके के तुरंत बाद लोगों के सामने जो दृश्य था, उसने हर किसी को अंदर तक हिला दिया। एक स्थानीय निवासी ने बताया, “हमने देखा सड़क पर मांस के टुकड़े पड़े हैं। पहले लगा किसी जानवर का मांस होगा, लेकिन जब पास जाकर देखा तो वो इंसानी हाथ था… हम सन्न रह गए।”
एक अन्य चश्मदीद ने बताया कि धमाके के बाद कुछ लोग गाड़ी के पास मदद के लिए दौड़े, लेकिन आग और धुएं की वजह से पास जाना असंभव था।
मौके पर मौजूद दुकानदारों ने बताया कि पहले तेज़ धमाके की आवाज आई, फिर कार से आग की लपटें उठीं और पूरा इलाका काले धुएं से भर गया।
एलएनजेपी अस्पताल में अफरातफरी
एलएनजेपी अस्पताल के मेडिकल सुपरिटेंडेंट ने बताया कि अब तक 15 घायलों को अस्पताल लाया गया है, जिनमें से आठ लोगों की मौत अस्पताल पहुंचने से पहले ही हो गई। कई घायल बुरी तरह झुलस गए हैं और उनकी हालत गंभीर है।
डॉक्टरों के मुताबिक, पीड़ितों के शरीर पर धातु के टुकड़ों, शीशे और विस्फोटक के छर्रों से बने गहरे जख्म हैं।
अस्पताल परिसर में रोते-बिलखते परिजन, पुलिसकर्मी और मीडिया की भीड़ से स्थिति बेहद संवेदनशील बनी हुई है। दिल्ली सरकार ने सभी घायलों के मुफ्त इलाज का आदेश जारी किया है।
फॉरेंसिक टीम को मिले विस्फोटक के टुकड़े
फॉरेंसिक टीम और दिल्ली पुलिस क्राइम ब्रांच ने मौके से धातु के अवशेष, टाइमर सर्किट और तारों के टुकड़े बरामद किए हैं। शुरुआती जांच में यह IED ब्लास्ट का मामला बताया जा रहा है। टीम अब कार के रजिस्ट्रेशन नंबर, सीसीटीवी फुटेज और मोबाइल लोकेशन के जरिए जांच आगे बढ़ा रही है।
एक अधिकारी ने कहा, “यह कोई साधारण धमाका नहीं था। विस्फोट में जिस केमिकल का इस्तेमाल हुआ है, वो हाई-इंटेंसिटी डिवाइस में इस्तेमाल होता है।”
हालांकि अभी तक किसी संगठन ने हमले की जिम्मेदारी नहीं ली है, लेकिन एजेंसियों ने आतंकी साजिश की संभावना से इनकार नहीं किया है।
सुरक्षा एजेंसियों का अलर्ट
धमाके के बाद दिल्ली पुलिस, NSG कमांडो और फॉरेंसिक टीमें मौके पर मौजूद हैं।
इलाके को चारों ओर से घेरकर ट्रैफिक पूरी तरह रोक दिया गया है।
लाल किले, जामा मस्जिद, दिल्ली गेट और इंडिया गेट समेत ऐतिहासिक स्थलों पर अतिरिक्त सुरक्षा बल तैनात कर दिए गए हैं।
सूत्रों के मुताबिक, केंद्र सरकार ने घटना की जांच NIA को सौंपने पर विचार शुरू कर दिया है। पुलिस आसपास के इलाकों में डॉग स्क्वॉड की मदद से हर गली में सर्च ऑपरेशन चला रही है।
राजनीतिक हलचल तेज
इस विस्फोट के बाद देशभर में राजनीतिक हलचल तेज हो गई है।
प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) ने दिल्ली पुलिस कमिश्नर और गृह मंत्रालय से तुरंत रिपोर्ट मांगी है। दिल्ली के मुख्यमंत्री ने कहा, “यह हादसा सिर्फ एक शहर नहीं, पूरे देश के लिए चेतावनी है।” विपक्षी दलों ने सुरक्षा एजेंसियों से पारदर्शी जांच और जिम्मेदारों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की मांग की है।
लाल किले पर फिर मंडराया खतरा, सुरक्षा पर उठे सवाल
गौरतलब है कि लाल किला देश का ऐतिहासिक और सुरक्षा की दृष्टि से संवेदनशील क्षेत्र है। पिछले दो दशकों में यहां सुरक्षा चूक से जुड़ी यह तीसरी बड़ी घटना है।
स्थानीय लोगों का कहना है कि शाम के वक्त इलाके में सुरक्षा जांच ढीली रहती है और आसपास खड़ी गाड़ियों की जांच नहीं की जाती। इस हादसे के बाद सवाल उठ रहे हैं कि राजधानी के दिल में खड़ी एक गाड़ी में इतना बड़ा विस्फोटक कैसे पहुंचा?
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