भारतीय तटरक्षक बल ने एक बार फिर साबित कर दिया है कि देश के समुद्री सीमाओं की सुरक्षा को लेकर कोई ढिलाई नहीं बरती जा रही। 16 दिसंबर को बंगाल की खाड़ी के उत्तरी हिस्से में नियमित गश्त के दौरान ICG के जहाज ‘अनमोल’ ने दो बांग्लादेशी मछली पकड़ने वाली नौकाओं को भारतीय जलक्षेत्र में संदिग्ध गतिविधियों में लिप्त पाया। जांच करने पर सामने आया कि दोनों नौकाएं भारत के एक्सक्लूसिव इकोनॉमिक जोन यानी EEZ के भीतर अवैध रूप से मछली पकड़ रही थीं। तटरक्षक बल ने तुरंत कार्रवाई करते हुए दोनों नौकाओं को रोका और उनमें सवार सभी 35 मछुआरों को हिरासत में ले लिया। इस कार्रवाई को समुद्री सुरक्षा के लिहाज से अहम माना जा रहा है, क्योंकि यह इलाका पहले भी अवैध घुसपैठ और मछली पकड़ने की घटनाओं के लिए संवेदनशील रहा है।
500 किलो मछली बरामद, अवैध गतिविधि के पुख्ता सबूत मिले
जब तटरक्षक बल ने दोनों नावों की तलाशी ली, तो उनमें सक्रिय मछली पकड़ने का जाल, उपकरण और करीब 500 किलोग्राम मछली बरामद की गई। इससे साफ हो गया कि यह सिर्फ भटकने का मामला नहीं था, बल्कि पूरी तरह से योजनाबद्ध तरीके से अवैध मछली पकड़ने की कार्रवाई की जा रही थी। अधिकारियों के मुताबिक, विदेशी मछुआरों द्वारा भारतीय EEZ में मछली पकड़ना न केवल कानून का उल्लंघन है, बल्कि इससे स्थानीय मछुआरों के हितों को भी नुकसान पहुंचता है। इसी वजह से ऐसे मामलों को गंभीरता से लिया जाता है। तटरक्षक बल की टीम ने सभी औपचारिकताओं का पालन करते हुए नावों को जब्त किया और मछुआरों को आगे की कानूनी प्रक्रिया के लिए सुरक्षित हिरासत में रखा।
मैरिटाइम जोन्स एक्ट का उल्लंघन, मरीन पुलिस को सौंपी गई नावें
यह पूरी कार्रवाई भारत के ‘मैरिटाइम जोन्स ऑफ इंडिया एक्ट, 1981’ के तहत की गई है, जो बिना अनुमति विदेशी जहाजों और नौकाओं को भारतीय जलक्षेत्र में मछली पकड़ने से रोकता है। 17 दिसंबर को दोनों बांग्लादेशी नौकाओं और सभी 35 क्रू मेंबर्स को पश्चिम बंगाल के फ्रेजरगंज मरीन पुलिस स्टेशन को सौंप दिया गया। अब मरीन पुलिस इस मामले में आगे की कानूनी कार्रवाई करेगी। अधिकारियों का कहना है कि सभी मछुआरों के साथ कानून के अनुसार व्यवहार किया जाएगा और मामले की पूरी जांच की जाएगी। इस तरह की कार्रवाइयों से यह संदेश भी जाता है कि भारत अपनी समुद्री सीमाओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह सतर्क है और किसी भी तरह की अवैध गतिविधि को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा।
पिछले तीन महीनों में 8 नावें पकड़ी गईं, बढ़ी समुद्री निगरानी
गौर करने वाली बात यह है कि यह कोई पहली घटना नहीं है। पिछले तीन महीनों के भीतर ही भारतीय तटरक्षक बल ने बंगाल की खाड़ी क्षेत्र में इस तरह की कुल 8 विदेशी मछली पकड़ने वाली नौकाओं को पकड़ा है। इससे यह साफ होता है कि अवैध मछली पकड़ने की कोशिशें लगातार की जा रही हैं। इसी को देखते हुए ICG ने अपनी गश्त और निगरानी को और मजबूत किया है। अधिकारियों का मानना है कि नियमित पेट्रोलिंग और तकनीकी निगरानी के जरिए ऐसे मामलों पर लगाम लगाई जा सकती है। साथ ही यह कार्रवाई पड़ोसी देशों को भी स्पष्ट संदेश देती है कि भारतीय समुद्री सीमाओं का उल्लंघन करने पर सख्त कदम उठाए जाएंगे। समुद्री सुरक्षा, संसाधनों की रक्षा और स्थानीय मछुआरों के हितों को सुरक्षित रखने के लिए इस तरह की कार्रवाइयां बेहद जरूरी मानी जा रही हैं।
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