विजय हजारे ट्रॉफी 2025 के पहले ही मुकाबले में मुंबई और सिक्किम की टीमें आमने-सामने थीं, लेकिन यह मैच धीरे-धीरे एक खिलाड़ी के नाम होता चला गया। सिक्किम के कप्तान ली योंग लेपचा ने टॉस जीतकर पहले बल्लेबाजी का फैसला किया, हालांकि उनका यह निर्णय टीम के लिए ज्यादा फायदेमंद साबित नहीं हुआ। शुरुआत में ही सिक्किम को झटका लग गया, जब सलामी बल्लेबाज अमित रजेरा बिना खाता खोले पवेलियन लौट गए। इसके बाद सात्विक और आशीष थापा ने पारी को संभालने की कोशिश की और दूसरे विकेट के लिए अर्धशतकीय साझेदारी की। थापा ने संयम और आक्रामकता का संतुलन बनाते हुए 79 रन बनाए, लेकिन मुंबई के अनुभवी गेंदबाजों के सामने सिक्किम की पारी अंत तक दबाव में रही और टीम 50 ओवरों में 236 रन ही बना सकी।
मुंबई के गेंदबाजों ने कस दिया शिकंजा
सिक्किम की पारी को सीमित स्कोर पर रोकने में मुंबई के गेंदबाजों का बड़ा योगदान रहा। कप्तान शार्दुल ठाकुर ने आगे बढ़कर जिम्मेदारी संभाली और किफायती गेंदबाजी करते हुए अहम विकेट झटके। उन्होंने अपने स्पेल में रन रोकने के साथ-साथ बल्लेबाजों को खुलकर खेलने का मौका नहीं दिया। तुषार देशपांडे ने नई गेंद से आक्रमण किया और शुरुआती सफलता दिलाई, जबकि तनुश कोटियन, शम्स मुलानी और युवा मुशीर खान ने बीच के ओवरों में सटीक लाइन-लेंथ से दबाव बनाए रखा। सिक्किम के बल्लेबाज बीच-बीच में बड़े शॉट लगाने में जरूर सफल रहे, लेकिन नियमित अंतराल पर विकेट गिरते रहने से टीम बड़ा स्कोर खड़ा नहीं कर पाई। यही वह स्कोर था, जिसने बाद में रोहित शर्मा को खुलकर खेलने का मंच दे दिया।
रोहित शर्मा का तूफानी शो, गेंदबाज बने दर्शक
237 रनों के लक्ष्य का पीछा करने उतरी मुंबई की टीम के साथ मैदान पर आए रोहित शर्मा और शुरुआत से ही मैच का रंग बदल गया। रोहित ने पहले ओवर से आक्रामक रुख अपनाया और सिक्किम के गेंदबाजों पर दबाव बना दिया। अंगकृश रघुवंशी के साथ उन्होंने पहले विकेट के लिए 141 रनों की साझेदारी कर मुकाबले को लगभग एकतरफा बना दिया। रोहित का बल्ला मानो आग उगल रहा था—कभी कवर के ऊपर से चौका, तो कभी लंबे छक्के से दर्शकों को रोमांचित कर दिया। उन्होंने महज 61 गेंदों में अपना शतक पूरा किया और इसके बाद भी रुकने का नाम नहीं लिया। रोहित ने 94 गेंदों में 155 रनों की शानदार पारी खेली, जिसमें 9 छक्के और 18 चौके शामिल रहे। उनकी स्ट्राइक रेट 160 से ऊपर रही, जिसने इस पारी को और खास बना दिया।
जीत की दहलीज और आगे की राह
जब रोहित शर्मा आउट हुए, तब तक मुंबई टीम जीत के बेहद करीब पहुंच चुकी थी। इसके बाद मुशीर खान और सरफराज खान ने बिना किसी दबाव के पारी को संभाला और टीम को 30.3 ओवरों में ही लक्ष्य तक पहुंचा दिया। मुंबई ने यह मुकाबला 8 विकेट से अपने नाम किया और टूर्नामेंट में शानदार आगाज किया। इस जीत ने न सिर्फ टीम का आत्मविश्वास बढ़ाया, बल्कि रोहित शर्मा की फॉर्म ने बाकी टीमों को भी साफ संदेश दे दिया। अब मुंबई का अगला मुकाबला उत्तराखंड के खिलाफ 26 दिसंबर को जयपुर के सवाई मानसिंह स्टेडियम में खेला जाएगा, जहां एक बार फिर रोहित शर्मा के बल्ले पर सभी की नजरें टिकी होंगी।
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