भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच दूसरा टेस्ट मैच शुरू होने से ठीक पहले मेहमान टीम पर संकट का साया मंडराने लगा है। कोलकाता टेस्ट में शानदार प्रदर्शन करने वाले दो प्रमुख खिलाड़ी—ऑफ स्पिनर साइमन हार्मर और ऑलराउंडर मार्को जानसन—कोलकाता के एक निजी अस्पताल में भर्ती कराए गए। टीम मैनेजमेंट ने पुष्टि की है कि दोनों खिलाड़ी मेडिकल जांच के दौर से गुजर रहे हैं, लेकिन उनकी चोट की गंभीरता को लेकर कोई आधिकारिक जानकारी नहीं दी गई है। यह घटना उस समय हुई है जब दक्षिण अफ्रीका 22 नवंबर से शुरू हो रहे अंतिम टेस्ट में जीत दर्ज करने की तैयारी कर रही थी।
हार्मर के कंधे में चोट
टीम सूत्रों के अनुसार साइमन हार्मर को पहले टेस्ट के दौरान कंधे में तेज दर्द की शिकायत थी, जिसके बाद उन्हें आराम की सलाह दी गई। वहीं मार्को जानसन मामूली वायरल निगल (थ्रोट इंफेक्शन) से जूझ रहे हैं, जिसके चलते उनकी फिटनेस पर सवाल खड़े हो गए हैं। दोनों खिलाड़ियों को कोलकाता के वुडलैंड्स अस्पताल ले जाया गया—वही अस्पताल जहां भारतीय कप्तान शुभमन गिल ने भी हाल में उपचार कराया था।
हार्मर की स्पिन गेंदबाज़ी भारत के खिलाफ दक्षिण अफ्रीका की सबसे बड़ी ताकत मानी जा रही थी, जबकि जानसन अपनी आक्रामक गेंदबाज़ी और उपयोगी बल्लेबाज़ी के कारण टीम के अहम खिलाड़ी हैं। ऐसे में दोनों का एक साथ अस्वस्थ होना ड्रेसिंग रूम में चिंता बढ़ाने वाला है।
क्या खेल पाएंगे गुवाहाटी टेस्ट?
सबसे बड़ा सवाल यही है कि क्या साइमन हार्मर और मार्को जानसन गुवाहाटी टेस्ट में खेल पाएंगे? टीम मैनेजमेंट ने उनकी उपलब्धता पर कुछ भी कहने से इनकार कर दिया है, जिससे अटकलें और बढ़ गई हैं। सोशल मीडिया पर दक्षिण अफ्रीका के फैंस उनकी फिटनेस को लेकर चिंता जता रहे हैं, जबकि भारतीय समर्थक इसे टीम इंडिया के लिए एक फायदे के रूप में देख रहे हैं।
मैच से पहले अंतिम फिटनेस टेस्ट के आधार पर ही यह तय होगा कि दोनों खिलाड़ी मैदान में उतरेंगे या नहीं। यदि हार्मर बाहर रहते हैं, तो दक्षिण अफ्रीका की स्पिन गेंदबाज़ी पूरी तरह कमजोर पड़ सकती है। वहीं जानसन की अनुपस्थिति गेंदबाज़ी में गति और विविधता दोनों को कम कर देगी।
भारत का मनोबल बढ़ा
दक्षिण अफ्रीका के लिए यह झटका ऐसे समय आया है जब टीम अपने ऐतिहासिक लक्ष्य की ओर बढ़ रही थी। कोलकाता टेस्ट जीतकर बढ़त हासिल करने के बाद अफ्रीकी टीम का आत्मविश्वास चरम पर था, लेकिन अचानक हुई फिटनेस समस्याओं ने पूरी रणनीति को हिला दिया है।
वहीं टीम इंडिया इसे अपने पक्ष में बड़ा मौका मान रही है। भारत की बल्लेबाजी यूनिट को हार्मर जैसे अनुभवी स्पिनर की अनुपस्थिति से राहत मिल सकती है। दूसरी ओर, अगर जानसन नहीं खेलते, तो भारतीय टॉप ऑर्डर को पहले टेस्ट की तरह उछाल और तेज स्पेल का सामना नहीं करना पड़ेगा।
गुवाहाटी टेस्ट अब सिर्फ एक मैच नहीं, बल्कि फिटनेस, रणनीति और मानसिक मजबूती की असली परीक्षा बन चुका है। अगले 48 घंटे यह तय कर देंगे कि क्या दक्षिण अफ्रीका पूरी ताकत के साथ मैदान में उतर पाएगी या भारत को सीरीज बराबर करने का सुनहरा मौका मिलेगा।
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