शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या से मिलेगी राहत, शनि प्रदोष पर करें ये 5 आसान उपाय

शनि प्रदोष व्रत पर ब्रह्म, अभिजित और अमृत काल मुहूर्त का भी शुभ संयोग बनेगा। साल 2024 का आखिरी प्रदोष 28 दिसंबर को रखा जाएगा। शनि प्रदोष व्रत के शुभ प्रभाव से सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है।

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Shani Pradosh Vrat 2024

Shani Pradosh Vrat 2024: शनि देव को न्याय का देवता कहा जाता है लेकिन शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती बहुत ही अशुभ होती है। शनि प्रदोष का व्रत भी बहुत शुभ माना जाता है अगर किसी जातक पर शनि की साढ़ेसाती और ढैय्या है तो शनि प्रदोष व्रत उसके लिए बहुत ही विशेष और शुभ माना गया है ‌ इस साल का आखिरी प्रदोष व्रत बहुत ही खास है क्योंकि इस दिन अनुराधा नक्षत्र और शूल योग का खास संयोग बनेगा। इसके अलावा शनि प्रदोष व्रत पर ब्रह्म, अभिजित और अमृत काल मुहूर्त का भी शुभ संयोग बनेगा। साल 2024 का आखिरी प्रदोष 28 दिसंबर को रखा जाएगा। शनि प्रदोष व्रत के शुभ प्रभाव से सुख और सौभाग्य की प्राप्ति होती है। शनि प्रदोष पर कुछ उपाय बताए गए हैं जिनको करने से आपके सभी दुखों का निवारण होगा।

शनि प्रदोष पर करें ये उपाय

-शनि प्रदोष के दिन शाम के वक्त पीपल के वृक्ष के नीचे सरसों के तेल का दिया जलाएं। ऐसा करने के साथ ही शनि के मंत्र- ‘ॐ प्रां प्रीं प्रौं स: शनैश्चराय नम:’ का 21 बार जाप करें।

-साल के आखिरी सन प्रदोष व्रत के दिन शिवलिंग पर 108 बेलपत्र अर्पित करें। इसके साथ ही इस दिन काले जूते, उड़द की दाल इत्यादि चीजों का दान करें।

-शनि प्रदोष के दिन शिवलिंग पर काला तिल, जल और शमी का पत्ता चढ़ाएं। इसके अलावा शिव चालीसा, शिव स्त्रोत का पाठ करें। शनि प्रदोष व्रत पर ऐसा करने से शनि के अशुभ प्रभाव से मुक्ति मिलती है।

-शनि प्रदोष व्रत के दिन एक कांसे की कटोरी में सरसों का तेल ले और उसमें अपनी छाया देखकर उसे किसी जरूरतमंद को दान कर दें।

-शनि प्रदोष व्रत के दिन काले कौवे को रोटी खिलाई इसके अलावा शनि मंत्र-‘शं शनैश्चराय नमः’ का कम से कम 11 बार जाप करें।

(Disclaimer: यहां पर प्राप्त जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। News India इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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