Navratri 2023: शारदीय नवरात्रि शुरू होने वाले हैं। हिंदू धर्म में नवरात्रि के 9 दिन बहुत ही अहम माने जाते हैं इन नौ दिनों में माता रानी की पूजा अर्चना की जाती है। अश्विन माह की शुक्ल पक्ष की प्रतिपदा तिथि को घट स्थापना की जाती है। नवरात्रि के पहले दिन पूरे विधि विधान से घट स्थापना करनी चाहिए। इस साल नवरात्रि के पहले दिन दुर्लभ संयोग बना रहे हैं जो बहुत ही शुभ रहने वाले हैं हालांकि नवरात्रि के पहले दिन के 3 घंटे बहुत ही अशुभ रहेंगे इन तीन घंटा में बिल्कुल भी पूजा अर्चना नहीं करनी चाहिए। आए आगे आर्टिकल में कलश स्थापना किस समय करनी चाहिए उसके बारे में जानते हैं।
इस समय करें कलश स्थापना
ज्योतिष शास्त्र के अनुसार अश्विन नवरात्रि की प्रतिपदा अतीत 14 अक्टूबर की रात 11:24 पर शुरू होगी और 15 अक्टूबर की रात 12:32 पर समाप्त होगी। इसीलिए घट स्थापना का शुभ मुहूर्त अर्ध पहरा होने के कारण 11:45 तक ही रहेगा। उसके बाद 3 घंटे घट स्थापना करना अशुभ रहेगा। हालांकि उसके बाद 2:45 पर कलश स्थापना कर सकते हैं।
नवरात्रि में भूलकर भी ना करें ये गलती
-नवरात्रि के नौ दिनों में तामसिक भोजन बोलकर भी नहीं करना चाहिए घर में अशुद्धि और तामसिक चीज लाना भी वर्जित माना जाता है।
-नवरात्रि से पहले घर की अच्छी तरह से साफ सफाई कर लेनी चाहिए। कबाड़ कूड़ा करकट घर से बाहर कर देना चाहिए। माता लक्ष्मी को सफाई बहुत पसंद है।
-नवरात्रि के नौ दिनों में किसी महिला कन्या का अपमान नहीं करना चाहिए। ऐसा करना मां दुर्गा की नाराजगी का कारण बनेगा।
(Disclaimer: यहां पर प्राप्त जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। News india इसकी पुष्टि नहीं करता है।)
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