15 या 16 अगस्त? जन्माष्टमी की तारीख को लेकर उलझन बरकरार, पूजा का मुहूर्त सिर्फ 43 मिनट!

Shri Krishna Janmashtami 2025 Date & Puja Muhurat: भगवान श्रीकृष्ण के जन्म की लीला से जुड़ा यह पर्व कब मनाया जाए, इसे लेकर लोगों में असमंजस है। जानिए पंडितों और पंचांग के अनुसार सटीक जानकारी।

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Janmashtami 2025

Janmashtami 2025: भगवान श्रीकृष्ण के जन्म का पर्व जन्माष्टमी इस बार भी लोगों के बीच तारीख को लेकर उलझन पैदा कर रहा है। कुछ पंचांगों के अनुसार 15 अगस्त 2025 (शुक्रवार) को जन्माष्टमी मनाई जाएगी, जबकि कई विद्वान 16 अगस्त 2025 (शनिवार) को इसका सटीक दिन मान रहे हैं। दरअसल, श्रीकृष्ण का जन्म अष्टमी तिथि और रोहिणी नक्षत्र के संयोग में होता है, लेकिन इस वर्ष ये दोनों संयोग रात के समय में मिल रहे हैं, जिससे भ्रम की स्थिति बन गई है।

पूजा मुहूर्त और समय

पंचांगों के मुताबिक अष्टमी तिथि 15 अगस्त को रात 9:33 बजे शुरू होकर 16 अगस्त को रात 8:11 बजे तक रहेगी, जबकि रोहिणी नक्षत्र 16 अगस्त को रात 10:20 बजे तक रहेगा। इस कारण से श्रीकृष्ण जन्म की पूजा का सबसे शुभ मुहूर्त 16 अगस्त की मध्यरात्रि में मात्र 43 मिनट का होगा, जो रात 12:03 से 12:46 बजे तक रहेगा। इसी संक्षिप्त समय में भक्तों को बाल गोपाल की पूजा, अभिषेक और झूला झुलाने की परंपरा निभानी होगी।

धार्मिक मान्यता के अनुसार

धार्मिक शास्त्रों के अनुसार व्रत और पूजा उसी दिन करनी चाहिए जब अष्टमी तिथि के साथ रोहिणी नक्षत्र भी जुड़ा हो। ऐसे में ज्यादातर पंडित और धर्मगुरु 16 अगस्त को श्रीकृष्ण जन्मोत्सव मनाने की सलाह दे रहे हैं। हालांकि कुछ जगहों पर परंपरानुसार 15 अगस्त को ही व्रत और पूजा की जाएगी। इसलिए स्थानीय मंदिरों और पंडितों से सलाह लेकर निर्णय लेना बेहतर होगा।

(Disclaimer: यहां पर प्राप्त जानकारी सामान्य मान्यताओं और जानकारियों पर आधारित है। News India इसकी पुष्टि नहीं करता है।)

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