रणवीर सिंह, अक्षय खन्ना, संजय दत्त, अर्जुन रामपाल और आर. माधवन जैसे दिग्गज कलाकारों से सजी एक्शन थ्रिलर फिल्म ‘धुरंधर’ इस समय सिर्फ भारत में ही नहीं, बल्कि पड़ोसी देश पाकिस्तान में भी जबरदस्त चर्चा में है। आदित्य धर के निर्देशन में बनी इस फिल्म ने रिलीज के महज पांच दिनों में भारतीय बॉक्स ऑफिस पर 150 करोड़ रुपये से ज्यादा की कमाई कर ली है। आमतौर पर भारतीय फिल्मों को लेकर पाकिस्तान में मिली-जुली प्रतिक्रिया देखने को मिलती है, लेकिन ‘धुरंधर’ के मामले में तस्वीर कुछ अलग ही नजर आ रही है। वहां के दर्शक न सिर्फ फिल्म की कहानी और ट्रीटमेंट की तारीफ कर रहे हैं, बल्कि इसे बाकी बॉलीवुड फिल्मों से अलग बता रहे हैं। सोशल मीडिया से लेकर इंटरव्यू तक, पाकिस्तानी दर्शक खुलकर कह रहे हैं कि यह फिल्म उन्हें चौंकाने वाली लगी है। भारत-पाक रिश्तों की संवेदनशीलता के बीच किसी भारतीय फिल्म को इस तरह की सराहना मिलना अपने आप में बड़ी बात मानी जा रही है।
पाकिस्तानी लोकेशन्स की सटीक प्रस्तुति ने जीता दिल
‘धुरंधर’ को पाकिस्तान में खास बनाने वाली सबसे बड़ी वजह है फिल्म में दिखाए गए पाकिस्तानी इलाकों की प्रस्तुति। फिल्म में लुधियाना के खेड़ा गांव को पाकिस्तान के कराची के ल्यारी इलाके की तरह दिखाया गया है, और यही बात पाकिस्तानी दर्शकों को सबसे ज्यादा पसंद आई है। आमतौर पर बॉलीवुड फिल्मों में विदेशी या पड़ोसी देशों को गलत या बढ़ा-चढ़ाकर दिखाने के आरोप लगते रहे हैं, लेकिन ‘धुरंधर’ में डायरेक्टर ने इस मामले में खास सावधानी बरती है। कराची के लोगों का कहना है कि ल्यारी इलाके की गलियां, माहौल और जीवनशैली को काफी हद तक वास्तविक रूप में पेश किया गया है। जब फिल्म का ट्रेलर रिलीज हुआ था, तब भी कई लोगों ने डायरेक्टर को सुझाव दिए थे, जिन्हें फिल्म में गंभीरता से शामिल किया गया। यही वजह है कि पाकिस्तानी दर्शक इस फिल्म को देखकर खुद को उससे जोड़ पा रहे हैं और इसे सम्मानजनक प्रस्तुति मान रहे हैं।
पाकिस्तान के बुद्धिजीवियों ने भी की खुलकर तारीफ
‘धुरंधर’ की तारीफ सिर्फ आम दर्शकों तक सीमित नहीं है, बल्कि पाकिस्तान के पढ़े-लिखे और प्रोफेशनल वर्ग से भी इसे सराहना मिल रही है। कराची के वकील, टैक्स एक्सपर्ट और लेखक सादिक सुलेमान ने एक इंटरव्यू में फिल्म की जमकर तारीफ की है। उन्होंने कहा कि उन्होंने यह फिल्म इस सोच के साथ देखी थी कि शायद यह भी बाकी बॉलीवुड फिल्मों की तरह अवास्तविक और शोर-शराबे से भरी होगी, लेकिन फिल्म ने उनकी सोच बदल दी। उनके मुताबिक, पाकिस्तानी इलाकों को जिस संवेदनशीलता और समझ के साथ दिखाया गया है, वह काबिल-ए-तारीफ है। उन्होंने फिल्म की क्रिएटिव टीम को सलाम करते हुए कहा कि यह सिर्फ एक एक्शन फिल्म नहीं, बल्कि रिसर्च और सोच का नतीजा है। ऐसे बयान यह दिखाते हैं कि ‘धुरंधर’ ने एंटरटेनमेंट के साथ-साथ एक भरोसा भी जीता है, जो सरहद पार फिल्मों के लिए आसान नहीं होता।
बॉक्स ऑफिस से आगे बढ़कर ‘धुरंधर’ का असर
जहां भारत में ‘धुरंधर’ बॉक्स ऑफिस पर रिकॉर्ड तोड़ कमाई कर रही है, वहीं पाकिस्तान में यह फिल्म चर्चा और तारीफ का विषय बनी हुई है। फिल्म ने यह साबित कर दिया है कि अगर कहानी मजबूत हो, निर्देशन ईमानदार हो और प्रस्तुति सम्मानजनक हो, तो सिनेमा सरहदों की दीवारें भी पार कर सकता है। रणवीर सिंह के दमदार अभिनय से लेकर संजय दत्त और अक्षय खन्ना की सशक्त मौजूदगी तक, हर किरदार को वहां सराहा जा रहा है। पाकिस्तानी दर्शक इसे भारत की दूसरी फिल्मों से अलग मान रहे हैं और कह रहे हैं कि ऐसी फिल्में दोनों देशों के बीच सोच का फासला कम कर सकती हैं। ‘धुरंधर’ सिर्फ एक हिट फिल्म नहीं, बल्कि इस बात की मिसाल बनती जा रही है कि सिनेमा अगर सही इरादे से बनाया जाए, तो वह विवाद नहीं, बल्कि संवाद पैदा करता है।








