Pakistan Sri Lanka Cricket Security Threat: पाकिस्तान में एक बार फिर क्रिकेट के मैदान पर आतंक का साया मंडरा गया है। सुरक्षा एजेंसियों ने खुफिया रिपोर्ट के आधार पर श्रीलंकाई क्रिकेट टीम पर संभावित आतंकी हमले की आशंका जताई है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, इस खतरे के बाद पाकिस्तानी गृहमंत्री राणा नकवी खुद लाहौर के गद्दाफी स्टेडियम पहुंचे और सुरक्षा इंतजामों का बारीकी से निरीक्षण किया।
सूत्रों ने बताया कि हाल के हफ्तों में पाकिस्तान में लगातार बढ़ रही आतंकी गतिविधियों ने सरकार की चिंता बढ़ा दी है। श्रीलंकाई टीम इन दिनों पाकिस्तान दौरे पर है और उसके कई मैच लाहौर और कराची में खेले जाने हैं। इसी बीच, खुफिया विभाग को कुछ संदिग्ध संचार मिले हैं जो टीम की सुरक्षा से जुड़े खतरे की ओर इशारा करते हैं।
गृहमंत्री नकवी ने स्टेडियम का किया दौरा
पाकिस्तान के गृहमंत्री राणा नकवी ने सोमवार को गद्दाफी स्टेडियम पहुंचकर सुरक्षा व्यवस्था की समीक्षा की। उन्होंने स्थानीय पुलिस, रेंजर्स और खुफिया एजेंसियों के अधिकारियों के साथ बैठक की और सुरक्षा प्रोटोकॉल को “रेड अलर्ट मोड” में रखने के निर्देश दिए।
अधिकारियों के अनुसार, स्टेडियम और होटल के चारों ओर 500 अतिरिक्त सुरक्षा कर्मी और स्पेशल सर्विस ग्रुप (SSG) के कमांडो तैनात किए गए हैं। पूरे क्षेत्र में स्नाइपर पोजिशन, ड्रोन सर्विलांस और बम डिस्पोजल यूनिट की तैनाती भी की गई है। इसके अलावा, सभी दर्शकों को कड़े सुरक्षा जांच के बाद ही प्रवेश की अनुमति दी जा रही है।
राणा नकवी ने मीडिया से कहा, “श्रीलंकाई टीम हमारे मेहमान हैं। उनकी सुरक्षा में किसी भी तरह की ढिलाई नहीं बरती जाएगी। पाकिस्तान क्रिकेट की प्रतिष्ठा दांव पर है, और हम इसे सुरक्षित रखेंगे।”
2009 का जख्म अभी भी ताजा
Pakistan Sri Lanka Cricket Security Threat का जिक्र होते ही क्रिकेट प्रेमियों को 2009 की वह भयावह घटना याद आती है जब लाहौर में श्रीलंकाई क्रिकेट टीम की बस पर आतंकियों ने हमला किया था। उस हमले में छह पुलिसकर्मी और दो नागरिक मारे गए थे, जबकि कई खिलाड़ी गंभीर रूप से घायल हुए थे।
उस घटना के बाद श्रीलंका समेत लगभग सभी अंतरराष्ट्रीय टीमें पाकिस्तान में खेलने से कतराने लगी थीं। लगभग दस साल बाद जब पाकिस्तान में अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की वापसी हुई, तो सरकार ने सुरक्षा को लेकर सख्त मानक तय किए। लेकिन हालिया खुफिया इनपुट्स ने एक बार फिर उसी डर को ताजा कर दिया है।
क्रिकेट से ज्यादा चुनौती अब सुरक्षा की
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) ने कहा है कि वे श्रीलंकाई अधिकारियों के लगातार संपर्क में हैं और किसी भी परिस्थिति में खिलाड़ियों की सुरक्षा से समझौता नहीं किया जाएगा। बोर्ड ने यह भी साफ किया है कि सभी मैच तय कार्यक्रम के अनुसार होंगे, लेकिन भीड़ नियंत्रण और सुरक्षा जांच के लिए समय पहले बढ़ाया जा सकता है।
स्टेडियम के आसपास के इलाकों में प्रवेश-निषेध जोन बना दिया गया है। ड्रोन की मदद से निगरानी जारी है, और आस-पास के होटलों की जांच सुरक्षा एजेंसियों द्वारा बार-बार की जा रही है।
विशेषज्ञों का मानना है कि पाकिस्तान में बढ़ते आतंकी हमले क्रिकेट की वापसी के लिए बड़ा झटका हो सकते हैं। ऐसे माहौल में पाकिस्तान सरकार और क्रिकेट बोर्ड के लिए सबसे बड़ी चुनौती यह सुनिश्चित करना है कि खेल की भावना आतंक के साये में फिर न दब जाए।
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