उत्तर प्रदेश के चंदौली जिले के बबुरी थाना क्षेत्र में सोमवार की शाम छठ पूजा के दौरान दर्दनाक हादसा हो गया। कोदोचक डवरी कला गांव के पास स्थित चंद्रप्रभा नदी में पूजा देखने गए छह किशोर-युवकों की नाव अचानक पलट गई। नाव पर सवार लोग घाट से थोड़ा दूर सेल्फी लेने लगे, तभी संतुलन बिगड़ गया और नाव पानी में उलट गई।
घटना इतनी अचानक हुई कि कोई कुछ समझ ही नहीं पाया। जब तक लोग कुछ कर पाते, तीन किशोर—पीयूष (13), यश (13) और अरुण (12)—नदी की तेज धारा में बह गए। वहीं, नाव पर मौजूद तीन अन्य युवक किसी तरह तैरकर किनारे पहुंचे और शोर मचाया। पलभर में घाट पर अफरा-तफरी मच गई। पूजा की जगह जहां कुछ देर पहले दीपक जल रहे थे, अब वहां मातम का सन्नाटा पसर गया।
प्रशासन मौके पर, रेस्क्यू ऑपरेशन जारी
सूचना मिलते ही इलाके में हड़कंप मच गया। जिलाधिकारी और पुलिस अधीक्षक तत्काल मौके पर पहुंचे। एनडीआरएफ और गोताखोरों की टीम ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया, लेकिन देर शाम तक तीनों किशोरों का कोई सुराग नहीं लग सका। नदी के किनारे परिजनों की चीखें पूरे माहौल को गमगीन बना रही थीं।
ग्रामीणों ने बताया कि हादसा पूजा के दौरान शाम करीब 6 बजे हुआ, जब सभी किशोर छठ का अर्घ्य देखने घाट पर पहुंचे थे। किसी ने उन्हें नाव पर बैठने से मना भी किया था, लेकिन उत्साह में उन्होंने ध्यान नहीं दिया। हादसे के बाद गांव में शोक की लहर दौड़ गई।
सेल्फी का एक पल, जिसने सबकुछ बदल दिया
गांव के बुजुर्गों का कहना है कि आजकल बच्चे नदी के किनारे भी सेल्फी लेने से नहीं चूकते। यह हादसा उसी लापरवाही का नतीजा है। चंद्रप्रभा नदी में पानी का बहाव तेज था, फिर भी सभी छह लोग नाव पर सवार हो गए। स्थानीय प्रशासन ने चेतावनी जारी की है कि छठ पूजा जैसे आयोजनों के दौरान लोग सतर्क रहें और नदी के बीच तक न जाएं।
दूसरी ओर, पूरे जिले में शोक की लहर है। जिन घरों में छठ माता की पूजा के गीत गूंज रहे थे, वहां अब मातम पसरा हुआ है। ग्रामीणों का कहना है—“छठ की शाम, जिसे पूरे साल इंतजार रहता है, इस बार गांव के लिए दर्द की शाम बन गई।”












