बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के माहौल में लालगंज सीट से आरजेडी उम्मीदवार शिवानी शुक्ला उस वक्त सुर्खियों में आ गईं जब उन्हें 22 अक्टूबर की रात एक अज्ञात व्यक्ति ने फोन पर हत्या की धमकी दी। धमकी में कहा गया कि अगर वे घटारो क्षेत्र पहुंचीं तो गोली मार दी जाएगी। पुलिस ने तुरंत मामले की जांच शुरू की और एक संदिग्ध को हिरासत में लिया। लेकिन हैरान करने वाली बात तब सामने आई जब शिवानी ने इस धमकी पर बेबाकी से कहा — “जो धमकी देते हैं, वो डरपोक होते हैं। अगर ऐसी घटना हो जाएगी तो मुझे खुशी होगी।”
उनका यह बयान राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है, वहीं समर्थकों के बीच इसे निडरता और आत्मविश्वास की मिसाल बताया जा रहा है।
“हमको डर नहीं लगता” — पहली बार मैदान में शिवानी
लालगंज सीट से पहली बार चुनाव लड़ रहीं शिवानी शुक्ला, बाहुबली नेता मुन्ना शुक्ला की बेटी हैं, जो इस समय जेल में हैं। शिवानी ने लंदन से कानून की पढ़ाई की है और राजनीति में कदम रखने से पहले वकालत करती थीं। उनके मुताबिक, “जैसे बच्चा चलता है तो गिरने से नहीं डरता, वैसे ही मैं भी नहीं डरती।” आरजेडी ने उन्हें युवाओं की नई आवाज़ बताकर टिकट दिया है।
इस सीट पर भाजपा उम्मीदवार संजय कुमार सिंह से उनका सीधा मुकाबला है। दोनों ओर से जोरदार जनसंपर्क अभियान चलाया जा रहा है और लालगंज का चुनावी माहौल हर दिन अधिक गर्माता जा रहा है।
सुरक्षा बढ़ी, लेकिन सवाल कायम
धमकी के बाद स्थानीय पुलिस ने शिवानी की सुरक्षा बढ़ा दी है। नियंत्रण कक्ष से लेकर करताहा थाना तक अलर्ट जारी किया गया है ताकि किसी भी अप्रिय घटना को रोका जा सके। इस घटना ने एक बार फिर बिहार की चुनावी सुरक्षा व्यवस्था पर सवाल खड़े कर दिए हैं। वहीं, शिवानी की मां अनु शुक्ला ने भी बेटी के समर्थन में कहा, “शिवानी ने किसी का क्या बिगाड़ा है? वह शिक्षित है, सभ्य है और नई राजनीति लाने की सोच रखती है।”
अब देखना होगा कि धमकी और बयानबाज़ी के बीच शिवानी मतदाताओं का दिल जीत पाती हैं या नहीं — लेकिन इतना तय है कि उनका यह बयान बिहार की राजनीति में लंबे समय तक गूंजता रहेगा।












