कानपुर के भीड़भाड़ वाले मिश्री बाजार में रविवार की रात अचानक एक जोरदार धमाका हुआ, जिससे आसपास खड़े लोग डर कर इधर-उधर भाग गए और कई दुकानों के कांच चकनाचूर हो गए। इस विस्फोट में कुल आठ लोग घायल हुए — कुछ मामूली जलने व छर्रों के घाव से ग्रसित हैं जबकि दो की हालत गंभीर बताई जा रही है। स्थानीय राहगीरों और दुकानदारों ने बताया कि एक पल पहले तक सब सामान्य था और अगले ही पल इतनी तेज आवाज़ आई कि कई लोगों की सांसे थम-सी गईं। घटना की सूचना मिलते ही पुलिस, फायर ब्रिगेड और एम्बुलेंस मौके पर पहुंचीं; घायलों को नज़दीकी अस्पतालों में तत्काल भर्ती कराया गया। प्रशासन ने बाजार का एक बड़ा हिस्सा सील कर दिया और स्थानीय लोगों को सुरक्षित स्थानों पर खड़ा किया गया ताकि किसी और नुकसान की आशंका से बचा जा सके।
फॉरेंसिक टीम ने जुटाए निशान,स्कूटर के पुर्जों पर हो रही है जांच
घटना की शुरुआती जांच में मौके पर मिला स्कूटर—जिसमें विस्फोट हुआ—पुलिस ने कब्जे में लेकर उसके हिस्सों को फॉरेंसिक जांच के लिए भेज दिया है। स्कूटर के पास मिली कुछ धातु और प्लास्टिक की कतरनों पर एक्सपर्ट्स अब विस्फोटक पदार्थ, तेज ऊष्मा प्रभाव या किसी यांत्रिक फॉल्ट के संकेत खोज रहे हैं। अधिकारी बता रहे हैं कि स्कूटर का नंबर ट्रेस कर लिया गया है और जो व्यक्ति उसी रजिस्ट्रेशन से जुड़ा दिखता है, उससे पूछताछ की योजना बनाई जा रही है। इसके साथ ही पास के सीसीटीवी फुटेज को भी संभालकर नोट किया गया है ताकि धमाके से पहले-बाद की हर गतिविधि का क्रम उभरे। फायर ब्रिगेड का मानना है कि आग की तीव्रता और धुएँ का पैटर्न यह संकेत देता है कि विस्फोट साधारण पेट्रोल लीकेज जैसा नहीं दिखता — पर यह कहना अभी जल्दबाज़ी होगा जब तक लैब रिपोर्ट न आ जाए। स्थानीय लोगों के बयान आपस में अलग हैं; कोई कह रहा है कि स्कूटर अचानक ही जल उठा, तो कोई संदिग्धों के हाथों की घटना की आशंका जता रहा है। यही असमंजस अब पुलिस और फॉरेंसिक टीम पर दबाव बढ़ा रहा है कि वे छोटे-छोटे सबूतों को भी बारीकी से परखें।
प्रशासन की सतर्कता और शहर में फैले सवाल
घटना के तुरंत बाद जिला प्रशासन और पुलिस हाइअलर्ट पर आ गए हैं; बाजार के आसपास अतिरिक्त पेट्रोलिंग करवाई जा रही है और सभी प्रमुख मार्गों पर निगरानी बढ़ा दी गई है। अधिकारियों ने जनता से अपील की है कि कोई अफवाह न फैलाएँ और यदि किसी ने विस्फोट से पहले या बाद में कुछ असामान्य देखा हो तो तुरंत संबंधित थाने को सूचित करें। साथ ही उच्चाधिकारियों ने कहा है कि राज्य स्तर की एजी जांच या स्पेशल टीम की आवश्यकता पड़ी तो उसे भी तैनात किया जाएगा — खासकर तब जब फॉरेंसिक रिपोर्ट में विस्फोटक तत्वों के संकेत मिलते हैं। सोशल मीडिया पर इस घटना को लेकर तरह-तरह के कयास उड़ रहे हैं; कुछ लोग इसे दुर्भाग्यपूर्ण तकनीकी खराबी बताते हैं तो कुछ का मानना है कि यह किसी की जानबूझकर की गई हरकत हो सकती है। इसी बीच स्थानीय नागरिकों में सुरक्षा की चिंताएं बढ़ीं हैं और व्यापारी वर्ग बाजार को जल्द से जल्द पुनः खोलने की अनुमति देने की मांग कर रहा है क्योंकि नुकसान से रोज़गार प्रभावित हो रहा है।
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