कुंडा विधायक राजा भैया और उनकी पत्नी भानवी सिंह के बीच चल रहे विवाद के बीच उनके बड़े बेटे शिवराज प्रताप सिंह का बयान सामने आया है। शिवराज ने एक्स पर पोस्ट लिखकर पूरे मामले में अपना पक्ष रखते हुए कहा कि दाऊ (राजा भैया) के बारे में सोशल मीडिया पर फैलाई जा रही नकारात्मक बातें गलत हैं। उन्होंने बताया कि पिछले दस वर्षों से उनके माता-पिता अलग रह रहे हैं और परिवार के बड़ों के कहने पर ही कुछ समय के लिए साथ रहने की कोशिश की गई थी, लेकिन रिश्ते सामान्य नहीं हो पाए।
मां ने ठुकराया सुलह का रास्ता
शिवराज ने अपने पोस्ट में कहा कि उनकी मां भानवी सिंह ने परिवार और रिश्तेदारों की किसी भी सुलह की कोशिश को स्वीकार नहीं किया। उन्होंने लिखा कि उन्होंने खुद और उनके छोटे भाई ने माता-पिता के बीच मध्यस्थता करने का प्रयास किया ताकि दोनों अपने-अपने जीवन को शांति से जी सकें, लेकिन मां ने उनकी इस पहल को ठुकरा दिया। शिवराज ने यह भी बताया कि बाबा, आजी और परिवार के वरिष्ठ लोगों ने भी कई बार समझाने की कोशिश की, मगर मां अपनी जिद पर अड़ी रहीं।
संपत्ति विवाद और सोशल मीडिया पर बदनामी
शिवराज प्रताप सिंह ने तलाक की अर्जी का जिक्र करते हुए कहा कि जब दाऊ ने कानूनी प्रक्रिया शुरू की, तभी से मां ने संपत्ति और पैसों के लिए मीडिया व सोशल मीडिया पर पिता की छवि खराब करने का सिलसिला शुरू कर दिया। उन्होंने इसे दुखद बताते हुए कहा कि यह सब देखना उनके लिए बेहद तकलीफदेह है, लेकिन सोशल मीडिया पर इससे ज्यादा कुछ कहना उचित नहीं होगा।
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