शुक्रवार की शाम अचानक हुई हलचल ने गया जी में सभी का ध्यान खींचा। दरअसल, रिलायंस समूह के चेयरमैन मुकेश अंबानी अपने छोटे बेटे अनंत अंबानी के साथ विशेष विमान से विष्णुपद मंदिर पहुंचे। उनका आगमन इतना गोपनीय था कि मंदिर परिसर में पहले से ही प्रशासन और सुरक्षा एजेंसियों ने पुख्ता इंतज़ाम कर रखे थे। अंबानी परिवार के पैतृक पूर्वजों की आत्मा की शांति और मोक्ष की कामना के लिए पिंडदान किया गया। यह अनुष्ठान प्रसिद्ध पुरोहित शंभू लाल बिट्ठल की देखरेख में हुआ।
सुरक्षा के बीच हुआ पिंडदान
मंदिर परिसर में अंबानी परिवार के लिए वातानुकूलित केबिन तैयार किया गया था, जो दो हिस्सों में बंटा था—एक भाग में पूजा-अर्चना की व्यवस्था थी, जबकि दूसरे हिस्से में पिंडदान का आयोजन हुआ। शाम 5:45 बजे पहुंचे मुकेश और अनंत अंबानी ने लगभग एक घंटे तक विधिवत अनुष्ठान किया और फिर सीधे एयरपोर्ट के लिए रवाना हो गए। प्रशासन की ओर से गया जी के डीएम शशांक शुभंकर और एसएसपी आनंद कुमार ने खुद सुरक्षा व्यवस्था का जायजा लिया।
रहस्यमयी माहौल और सर्च ऑपरेशन
अंबानी के आगमन से पहले बम निरोधक दस्ते और रिलायंस सुरक्षा कर्मियों ने मंदिर और आस-पास के क्षेत्रों में सघन सर्च अभियान चलाया। इस दौरान स्थानीय प्रशासन, पुलिस अधिकारी और रिलायंस के पदाधिकारी पहले से ही स्थल पर मौजूद रहे। अंबानी परिवार के इस दौरे ने जहां स्थानीय लोगों में उत्सुकता बढ़ाई, वहीं इस बात पर भी चर्चा रही कि देश के सबसे बड़े उद्योगपति ने अपने पैतृक गांव से जुड़े धार्मिक संस्कार के लिए गया जी को ही क्यों चुना।
READ MORE-Asia Cup 2025: आखिर क्यों लगा प्रेस कॉन्फ्रेंस में राजनीतिक सवालों पर बैन? उठे बड़े सवाल