18 दिनों के स्पेस मिशन के बाद शुभांशु शुक्ला की धरती पर वापसी, कैलिफोर्निया तट पर ड्रैगन यान ने की सफल लैंडिंग

रविवार को स्पेसएक्स का ड्रैगन यान अमेरिकी समयानुसार सुबह कैलिफोर्निया के तट के पास प्रशांत महासागर में सफलतापूर्वक लैंड हुआ। यह मिशन वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी परीक्षणों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

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Shubhanshu Shukla

18 दिनों के अंतरिक्ष मिशन के बाद भारतीय मूल के अंतरिक्ष यात्री शुभांशु शुक्ला सहित चार सदस्यीय टीम की धरती पर सकुशल वापसी हुई है। रविवार को स्पेसएक्स का ड्रैगन यान अमेरिकी समयानुसार सुबह कैलिफोर्निया के तट के पास प्रशांत महासागर में सफलतापूर्वक लैंड हुआ। यह मिशन वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी परीक्षणों के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है।

शुभांशु शुक्ला, जो कि भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (ISRO) और नासा दोनों से जुड़े रह चुके हैं, इस मिशन में एक विशेषज्ञ वैज्ञानिक की भूमिका में शामिल थे। उन्होंने अंतरराष्ट्रीय अंतरिक्ष स्टेशन (ISS) पर रहते हुए माइक्रोग्रैविटी में जैविक और भौतिक प्रयोगों से जुड़ी कई अहम जानकारियाँ एकत्र कीं। मिशन का उद्देश्य दीर्घकालिक अंतरिक्ष यात्रा को सुरक्षित और प्रभावी बनाना था।

इस दिन भरी थी उड़ान

ड्रैगन यान ने 27 जून को फ्लोरिडा के केनेडी स्पेस सेंटर से उड़ान भरी थी। इसके बाद यह ISS से जुड़ गया जहां अंतरिक्ष यात्री 18 दिनों तक वैज्ञानिक अनुसंधान और तकनीकी प्रयोगों में व्यस्त रहे। मिशन के दौरान अंतरिक्ष यात्रियों ने पृथ्वी की जलवायु, कोशिका विकास और ऊर्जा प्रणालियों पर शोध किया।

वापसी के दौरान ड्रैगन कैप्सूल ने पृथ्वी के वायुमंडल में प्रवेश करते समय अत्यधिक ताप और दबाव का सामना किया, लेकिन उन्नत तकनीक और सुरक्षा प्रणाली की बदौलत यह सुरक्षित रूप से समुद्र में उतरा। लैंडिंग के तुरंत बाद रेस्क्यू टीम मौके पर पहुँची और सभी अंतरिक्ष यात्रियों को बाहर निकाला गया।

ऐतिहासिक सफलता पर क्या बोले सुभांशु शुक्ला

इस ऐतिहासिक मिशन की सफलता न केवल वैज्ञानिक दृष्टिकोण से अहम है, बल्कि यह भारत और विश्व के युवा वैज्ञानिकों को प्रेरणा देने वाला कदम भी है। शुभांशु शुक्ला ने वापसी के बाद कहा, “यह अनुभव अविस्मरणीय रहा। अंतरिक्ष में बिताए गए ये दिन मानवता के लिए नए रास्ते खोलने की दिशा में एक कदम हैं।”

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