Tata Group Chairman: रतन टाटा के निधन के बाद टाटा ग्रुप का नया चैयरमेन घोषित कर दिया गया है। रतन टाटा(Ratan Tata) के निधन के बाद उनके सौतेले भाई नोएल टाटा (Noel Tata) को उनके उत्तराधिकारी बनाया गया है। नोएल टाटा को यह जिम्मेदारी टाटा ट्रस्टस ने सर्वसम्मति के साथ दी है। नोएल टाटा पिछले 40 सालों से टाटा ग्रुप के साथ जुड़े हुए हैं।
सौतेले भाई की विरासत संभालेंगे नोएल टाटा
रतन टाटा को 1991 में जब टाटा समूह की जिम्मेदारी सौंप गई थी तब से वह टाटा ट्रस्ट के चैयरमेन पद पर विराजमान थे। अब ये कमान रतन टाटा के सौतेले भाई नोएल टाटा संभालेंगे। नोएल टाटा की टाटा ट्रस्ट के कामकाज में बेहद एक्टिव भूमिका रही है। मौजूदा समय में वे सर रतन टाटा ट्रस्ट और सर दोराबजी टाटा ट्रस्ट के ट्रस्टी हैं जो टाटा ट्रस्ट के अंदर ही आता है। नोएल टाटा टाटा ग्रुप की कई कंपनियों के बोर्ड में शामिल हैं। साथ ही में टाटा समूह की रिटेल कंपनी ट्रेंट,टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड, टाटा इन्वेस्टमेंट कॉरपोरेशन के चैयरमेन है। टाटा इंटरनेशनल लिमिटेड के नोएल टाटा अगस्त 2010 से लेकर नवंबर 2021 तक मैनेजिंग डायरेक्टर रहे और उनके कार्यकाल के दौरान कंपनी को टर्नओवर 500 मिलियन डॉलर से बढ़कर बिलियन डॉलर हो गया था।
रतन टाटा ने दुनिया को कहा अलविदा
दिग्गज उद्योगपति रतन टाटा ने 86 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है। रतन टाटा का अंतिम संस्कार राजकीय सम्मान के साथ किया गया था। रतन टाटा के निधन पर पूरे देश ने शोक व्यक्त किया है।कॉर्नेल यूनिवर्सिटी के कॉलेज ऑफ आर्किटेक्चर से आर्किटेक्चर में स्नातक की डिग्री प्राप्त की। उन्होंने 1961 में टाटा समूह में शामिल होकर टाटा स्टील के वर्क फ्लोर पर काम किया। रतन टाटा को 1991 में टाटा ट्रस्ट के चैयरमेन की जिम्मेदारी मिली थी।
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